दुमका: पुलिस ने बैंक डकैती का खुलासा करते हुए दो अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तार अपराधियों में रंजीत दास उर्फ रंजीत सक्सेना, दीपक यादव उर्फ दुर्गा यादव शामिल हैं. गिरफ्तारी के बाद जब उनसे पूछताछ की गयी, तो इन दोनों ने पूरे कांड में अपनी संलिप्तता, लूट के पैसे में हिस्सेदारी, सहयोगियों के नाम का खुलासा कर दिया. लूट की रकम में मिले हिस्से के बचे हुए लगभग 13 रुपये और तीन मोबाइल बरामद किये गये हैं.
दुमका एसपी ने दी जानकारी
दो माह पूर्व आठ अगस्त को जिले के हंसडीहा थाना क्षेत्र स्थित इंडियन बैंक की शाखा से लगभग 19 लाख रुपये की डकैती हुई थी. पुलिस ने सबसे पहले गिरोह के दो सदस्यों को धर दबोचा. उसके बाद तीन अन्य अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए जिला की विशेष टीम जगह-जगह छापेमारी कर रही है. दुमका एसपी पीताम्बर सिंह खेरवार ने बताया कि पकड़े गये दोनों अपराधी बैंक लूट के मामलों में सात-सात साल की सजा काट चुके हैं. ये धनबाद और पश्चिम बंगाल में बैंक लूट में भी शामिल रहे हैं. दुमका में भी कुछ वर्ष पहले बैंक ऑफ बड़ौदा में हुई लूट में इन्हीं की संलिप्तता थी. इतना ही नहीं बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल में बैंक लूटने में इस गिरोह की सक्रियता की बात सामने आयी है. गिरफ्तार रंजीत दास का एक भाई भी देवघर बैंक लूट के मामले में जेल गया था.
बैंक लूट के बाद कांवरियों की पोशाक में भागे थे अपराधी
एसपी ने बताया कि दो माह पूर्व 08 अगस्त को जिस दिन बैंक लूट की घटना हुई उन दिनों श्रावणी मेला चल रहा था, वारदात को अंजाम देने के बाद ये थोड़ी दूर गये और कांवरिया वेश का रूप लेकर और केसरिया सर्ट-पैंट पहनकर भीड़ में ये निकल भागे थे. घटनास्थल देवघर और बासुकीनाथ के बीचो बीच है, जिसका फायदा उन्होंने उठाया था. एसपी ने बताया कि फरार अपराधियों को गिरफ्तार करने के लिए जरमुंडी के एसडीपीओ अमित कुमार कच्छप के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की गयी है. जल्द ही बाकी अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा.
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