सूरजपुर: 29 जनवरी को प्रतापपुर के जंगल में दस साल के बच्चे का शव मिला था. पुलिस की शिनाख्त में बच्चे का नाम रिशु कश्यप पता चला. बच्चे की हत्या की खबर सुनते ही सैकड़ों लोग सड़कों पर उतर आए. भीड़ ने आरोपी की गाड़ी में जमकर तोड़फोड़ भी की. पुलिस की रिपोर्ट में ये बयान दर्ज किया गया कि बच्चा 29 तारीख को होटल जाने के लिए निकला था. होटल नहीं पहुंचकर रिशु कश्यप गायब हो गया. पुलिस और परिजन दोनों रिशु को तलाश करते रहे. बाद में प्रतापपुर के जंगल से बच्चे का शव बरामद हुआ.
परिजनों ने किया अस्थि विसर्जन से इंकार: परिजनों की शिकायत है कि इतना वक्त बीत जाने के बाद भी जो न्याय उनको मिलना चाहिए था नहीं मिला. पीड़ित परिवार की मांग है कि जो लोग हत्या की वारदात में शामिल थे उनको घरों को जमीदोज किया जाना चाहिए. हत्यारों को मौत की सजा सुनाई जानी चाहिए. परिवार का कहना है कि अगर उनको समय पर न्याय नहीं मिलता तो फिर से आंदोलन करेंगे. परिवार से मिलने के लिए सोमवार को स्थानीय विधायक शकुंतला पोर्ते भी पहुंचीं. विधायक ने परिवार से कहा कि दोषियों को जरूर सजा मिलेगी. हत्यारों को किसी भी हालत में छोड़ा नहीं जाएगा.
जबतक हमें न्याय नहीं मिलता तबतक हम अस्थियों का विसर्जन नहीं करेंगे. हत्यारों के घरों पर बुलडोजर चलना चाहिए. दोषी लोगों को छत्तीसगढ़ से बाहर कर दिया जाना चाहिए. हमारी मांग है कि हत्यारों को जल्द से जल्द फांसी की सजा हो. - मृतक रिशु की बहन
परिवार पर दुख की बड़ी विपदा आई है. हमारी कोशिश है कि रिशु के परिवार को न्याय मिले.दोषियों को सजा मिलनी चाहिए ऐसा हम सभी चाहते हैं. - शकुंतला पोर्ते, विधायक, प्रतापपुर
क्या है रिशु हत्याकांड: सूरजपुर में दस साल के रिशु का अपहरण करने के बाद आरोप है कि दो लोगों ने उसका बड़ी ही बेरहमी से कत्ल कर दिया. कत्ल करने के बाद डेड बॉडी के टुकड़े प्रतापपुर जंगल से मिले. बच्चे की हत्या से नाराज परिजनों ने गांव वालों के साथ मिलकर प्रदर्शन किया. पुलिस ने जांच के दौरान दो लोगों को पकड़ा जिनपर हत्या का शक था. पुलिस का दावा है कि पूछताछ में पकड़े गए दोनों लोगों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया.