सरगुजा : सोमवार को छत्तीसगढ़ के सरगुजा लोकसभा सीट के लिए कांग्रेस और भाजपा समेत तीन प्रत्याशियों ने अपना नामांकन पत्र दाखिल किया. कांग्रेस प्रत्याशी शशि सिंह ने चैत्र नवरात्रि की सप्तमी पर मां महामाया के दर्शन की, जिसके बाद कलेकटोरेट जाकर अपना नामांकन दाखिल किया. इस दौरान कांग्रेस ने शहर में विशाल नामांकन रैली निकाली. कांग्रेस प्रत्याशी के नामांकन रैली में पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम सहित अन्य वरिष्ठ कांग्रेसी नेता शामिल हुए.
सिंहदेव ने चिंतामणि पर साधा निशाना : नामांकन रैली के दौरान कांग्रेस छोड़ भाजपा में जाने वाले नेताओं को लेकर पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव ने करारा हमला बोला है. टीएस सिंहदेव ने बिना नाम लिये भाजपा प्रत्याशी चिंतामणि महाराज पर निशाना साधा और इशारों में बोले, "पहले इधर जो लोग मलाई खा रहे थे, अब उधर भी मलाई खाने गये हैं. ऐसे लोगों के जाने से कोई फर्क नहीं पड़ता है."
"एक व्यक्ति के शामिल होने से कोई फर्क नहीं पड़ता, बल्कि लोग हंस रहे है. आज ही किसी व्यक्ति ने मुझसे कहा और मैं भी इस बात को दोहरा रहा हूं कि जो मलाई खा रहे थे, वहीं उधर दिख रहे हैं. पांच साल जो इधर मलाई खाते हुए दिखे, वही उधर जाते हुए दिख रहे हैं. इसका प्रभाव उल्टा पड़ता है, लोग हंसते है कि उनके जाने से क्या प्रभाव पड़ेगा." - टीएस सिंहदेव, पूर्व डिप्टी सीएम, छत्तीसगढ़
महाराज ने सिंहदेव पर किया पलटवार: सिंहदेव के इस बयान पर पलटवार करते हुए चिंतामणि महाराज ने कहा, "हमने मलाई नहीं खाया. हम अपने घर में आए है और सब की मंशा के अनुरूप और स्वेच्छा से काम कर सकेंगे. अगर काम करने को मलाई खाना कहा जाता है, वो यह गलत बात है."
"हम इसलिए भाजपा में शामिल हुए, क्योंकि जैसा चाहते थे वैसी स्वतंत्र रूप से जनता की सेवा नहीं कर पा रहे थे. भाजपा में कोई प्रतिबंध नहीं रहेगा." - चिंतामणि महाराज, बीजेपी प्रत्याशी, सरगुजा लोकसभा सीट
सरगुजा से बीजेपी प्रत्याशी हैं चिंतामणि महाराज: भाजपा ने चिंतामणि महराज को सरगुजा लोकसभा सीट से अपना प्रत्याशी बनाया है. चिंतामणि महराज कांग्रेस से पहले भाजपा में थे. रमन सरकार में उन्हें संस्कृत बोर्ड का अध्यक्ष भी बनाया गया था. लेकिन फिर भाजपा में तवज्जो ना मिलने से नाराज होकर वो कांग्रेस नेता टीएस सिंहदेव के करीब आये और कांग्रेस ज्वाइन किया. 2013 में कांग्रेस की टिकट पर सरगुजा जिले की लुंड्रा विधानसभा से विधायक चुने गये. 2018 में बलरामपुर जिले की सामरी विधानसभा से विधायक बने. लेकिन 2023 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने उन्हें टिकट नहीं दिया. जिससे नाराज चिंतामणि महराज ने एक बार फिर दल बदल लिया और भाजपा में शामिल हो गये. भाजपा ने भी अपने तमाम सीनियर नेताओं को किनारे करते हुए कांग्रेस से भाजपा में आए चिंतामणि महराज को टिकट दे दिया.