किशनगंज: बिहार के किशनगंज के धुमनिया के पास भयानक सड़क हादसे में स्कूटी पर सवार महिला, उसकी बहन और उसके सात माह के बच्चे की मौत हो गयी. हादसे में स्कूटी चला रहा महिला का पति जख्मी हो गया. घायल पति का सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में इलाज चल रहा है. इसी अस्पताल के पोस्टमार्टम हाउस में उसकी पत्नी, साली और बच्ची के शव का पोस्टमार्टम कराया गया.
पत्नी का बीए पार्ट 2 में नामांकन कराना थाः हादसे में जिंदा बचे एकमात्र व्यक्ति का नाम नूर जमाल है. करीब डेढ़ वर्ष पूर्व सिंघिया निवासी नाहिदा के साथ उसकी शादी हुई थी. नूर मुंबई में रहकर काम करता है. बकरीद में घर आया था. वापस जाने की तैयारी कर रहा था. उसकी पत्नी ने आगे की पढ़ाई जारी रखने की इच्छा जतायी. पत्नी का बीए पार्ट 2 में नामांकन करवाना था. पत्नी, कुछ दिन पूर्व बच्ची को लेकर मायके गयी थी. कॉलेज में नामांकन कराने के लिए पत्नी को लेकर घर आना था.
कैसे हुआ हादसाः नूर जमाल ने बताया कि आज पत्नी का ठाकुरगंज कॉलेज में बीए पार्ट 2 का नामांकन करवाना था. इसीलिए ससुराल से पत्नी, साली और बच्ची को लेकर स्कूटी से अपने घर छत्तरगाछ जा रहे थे. ससुराल से निकलने के बाद बेलवा पार कर गए धुमनिया पहुंचने से पहले एक तेज रफ्तार बाइक ने स्कूटी में ठोकर मार दी. जब तक संभलते ट्रक ने रौंद दिया. नूर जमाल स्कूटी से दूर फेंका गया, जबकि अन्य लोग ट्रक की चपेट में आ गये. घटनास्थल पर ही 25 वर्षीय पत्नी, 22 वर्षीय साली और सात माह की बच्ची की मौत हो गयी.
पढ़ाई का सपना अधूराः इस घटना की जानकारी मिलते ही नूर आलम के गांव और ससुराल में मातम पसर गया. सड़क हादसे में देखते ही देखते पूरा परिवार बिखर गया. उनके जानने वाले कह रहे थे कि नूर पत्नी को पढ़ा लिखा कर उच्च पद पर आसीन करवाने का सपना देखा था. लेकिन दुर्घटना ने उसकी सारी उम्मीदों पर पानी फेर दिया. तेज रफ्तार उसके हंसते- खेलते परिवार पर कहर बनकर टूटा.
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