कोटा. इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी कोटा को रीको कुबेर इंडस्ट्रियल एरिया में बीते साल ही जयपुर से शिफ्ट किया गया है. अब ट्रिपल आईटी प्रबंधन यहां पर सीट्स बढ़ाने पर भी जोर दे रहा है. इसी के तहत एक नई ब्रांच आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस व डाटा साइंस खोली जा रही है. इसमें विद्यार्थी इस साल से ही बीटेक के एडमिशन ले सकेंगे.
ट्रिपल आईटी प्रबंधन ने हाल ही में आयोजित हुई सीनेट की मीटिंग में रखा यह प्रस्ताव पास भी हो गया है. इसे अभी बोर्ड ऑफ गवर्नेंस (बीओजी) में भेजा जाएगा और वहां से इसे अनुमति मिलेगी. इसके पूरे चांस है कि यह अप्रूवल हो जाएगा, क्योंकि सीनेट से एक बार पास होने पर कंफर्म हो जाता है. ट्रिपल आईटी कोटा के कोऑर्डिनेटर प्रो एके व्यास का कहना है कि हम कोर्स को इस साल ही शुरू करना चाहते हैं. काफी समय पहले हमने इसकी तैयारी कर दी थी. सीनेट में इसको पास करवा लिया है, अब बोर्ड का गवर्नेंस में इसे पास करने की तैयारी है.
60 सीट होगी एआई ब्रांच में: ट्रिपल आईटी में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और डाटा साइंस के तहत बैचलर इन टेक्नोलॉजी (बीटेक) करवाई जाएगी. जिसमें शुरुआती तौर पर 60 विद्यार्थियों को प्रवेश दिए जाने की योजना बनाई गई है. वर्तमान में मास्टर इन टेक्नोलॉजी (एमटेक) एआई व डाटा साइंस चल रहा है, इसमें 25 सीट है, लेकिन एडमिशन 4 ही हैं. एडमिशन कम होने का कारण भी ग्रेजुएट एप्टीट्यूड टेस्ट इन इंजीनियरिंग (GATE) क्वालीफाई होना मांगा जाता है.
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यूजी सीट बढ़कर पहुंचेगी 330 पर: ट्रिपल आईटी कोटा में अभी यूजी में कंप्यूटर साइंस और इलेक्ट्रॉनिक दो ब्रांच हैं. इनमें कंप्यूटर साइंस में 180 और इलेक्ट्रॉनिक में 90 का है. इसीमें फीमेल सुपर न्यूमेरिक सीट्स भी शामिल है. ऐसे में बीते साल करीब 270 के आसपास विद्यार्थियों ने प्रवेश लिया है. इस साल बीटेक में एडमिशन की संख्या 330 हो जाएगी. जबकि पीजी में एआई व डाटा साइंस कोर्स है. जिसमें 25 सीट है, एक दर्जन स्टूडेंट अभी पीएचडी कर रहे हैं.
एआई से जुड़े 30 कोर्स पाठ्यक्रम में शामिल: इस 4 वर्षीय बीटेक प्रोग्राम के लिए पूरा पाठ्यक्रम तैयार कर लिया गया है. जिसमें करीब 30 कोर्स से जोड़े गए हैं. हर सेमेस्टर में करीब 3 से लेकर 4 कोर्स शामिल रहेंगे. कुछ सेमेस्टर में पांच कोर्स भी हो सकते हैं. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग, डाटा एनालिसिस, मैथमेटिक्स फॉर डाटा साइंस, एप्लीकेशन, नेचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग का होगा. जबकि स्पेशलाइजेशन में तीन से चार कोर्स अपलोड कर दिए जाते हैं. एमटेक आर्टिफिशियल में 12 से 15 कोर्स होते है, जबकि बीटेक में 30 के आसपास कोर्स होंगे. इस पर पूरा काम ट्रिपल आईटी प्रबंध कर रहा है और इस साल यह पूरी तरह से शुरू करने की तैयारी में है.
वर्तमान में इंडस्ट्री की भी यही है डिमांड: देश की करीब 23 आईआईटी और 32 एनआईटी में इस तरह के एआई और डाटा साइंस का कोर्स संचालित हैं. इसके अलावा आईटी ओरिएंटेड जितने भी संस्थान है, उनमें भी स्पेशलाइजेशन करके भी इस तरह के कोर्स चलाए हुए हैं. ट्रिपल आईटी लखनऊ में भी स्पेशलाइजेशन कोर्स एमबीए व बीटेक को मिलाकर चलाया हुआ है. इस तरह से कई अन्य संस्थान भी इनोवेटिव आइडिया के साथ चल रहे हैं.
एजुकेशन एक्सपर्ट देव शर्मा का मानना है कि आईटी इंडस्ट्री काफी हद तक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और डाटा साइंस पर शिफ्ट हो गई है. जितने भी आईटी ओरिएंटेड संस्थान हैं, वे बीटेक या एमटेक में डाटा साइंस चला रहे हैं, जो नहीं चला पा रहे हैं, वह स्पेशलाइजेशन कोर्स चला रहे हैं. यह फोर्थ ईयर में स्टूडेंट्स को पढ़ा देते हैं, इससे बच्चों की इंजीनियरिंग के साथ ही उपयोगिता बढ़ जाती है.
जेईई की रैंक के बाद जोसा काउंसलिंग से एडमिशन: ट्रिपल आईटी में प्रवेश जेईई मेन की रैंक के आधार पर दिया जाता है. इसके लिए जॉइंट सीट एलोकेशन अथॉरिटी (JoSAA) की काउंसलिंग होती है. वर्तमान जेईई मेन का पहला चरण हुआ है, वहीं दूसरे चरण की परीक्षाएं अप्रैल महीने में पूरी होगी. जिसके बाद जेईई एडवांस्ड की परीक्षा होगी, वहीं जून महीने में JoSAA काउंसिल शुरू होगी.