मुजफ्फरनगर : सिसौली में किसान भवन में बुधवार को किसान मसीहा चौधरी महेंद्र सिंह टिकैत की 13वीं जयंती मनाई गई. इस अवसर पर भाकियू अध्यक्ष नरेश टिकैत और राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत की मौजूदगी में बड़ी संख्या में किसानों ने किसान मसीहा को श्रद्धासुमन अर्पित किए. इस दौरानों किसान नेताओं ने सरकार की नीतियों और खेती किसानी के समस्याओं पर अपने विचार रखे.
भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष नरेश टिकैत ने कहा कि गांव के झगड़ों से संगठन को नुकसान हो रहा है. हम फसलों के भाव कम ज्यादा झेल लेंगे, लेकिन संगठन को मजबूत रखना जरूरी है. सरकारों की किसानों की जमीन पर खतरनाक निगाह है. सरकार किसानों का खेती किसानी के प्रति मोह भंग करना चाह रही है. किसानों के सामने संगठन और स्वाभिमान बचाने की चुनौतियां हैं.
राष्ट्रीय प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत बोले ने कहा दिल्ली किसान आंदोलन वैचारिक क्रांति थी. यह सरकार वो सरकार नहीं है और जिन्हें हमने वोट दी थी. अब उन्होंने कब्जा कर लिया है और पूरे देश में पूंजीवाद हावी हो चुका है. कोई भी सरकार आए सरकार का विरोध नहीं है. सरकार की गलत नीतियों का विरोध है. दूध का उत्पादन भूमिहीन किसान कर रहे हैं और दूध की कीमत 20 रुपये कम कर दी गई. ऐसे में किसानों को जैविक खेती अपनानी होगी. उन्होंने जानकारी दी किकिसान भवन पर 17 मई को होने वाली मासिक पंचायत स्थगित कर दी गई है. 15 से 18 जून तक चिंतन शिविर हरिद्वार में आयोजित किया जाएगा.
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