रायगढ़: एक तरफ कोलकाता में डॉक्टर के साथ रेप और हत्या से देश में आक्रोश छाया हुआ है तो दूसरी तरफ छत्तीसगढ़ के रायगढ़ में 27 साल की आदिवासी महिला से कथित गैंगरेप की घटना हुई है. ये घटना सोमवार को रायगढ़ जिले के पुसौर थाना क्षेत्र के एक गांव में हुई. महिला ने इसकी शिकायत मंगलवार को पुसौर थाने में की. इस केस में पुलिस ने 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है.
आदिवासी महिला के साथ गैंगरेप: रायगढ़ एसपी दिव्यांग पटेल ने बताया-"थाना पुसौर में 27 वर्षीय पीड़िता ने 20 अगस्त को दोपहर में रिपोर्ट लिखाया है. पीड़िता ने बताया कि 19 अगस्त को शाम 7 से 8 बजे के आसपास जब वह गांव में रक्षाबंधन का त्योहार मनाने के बाद स्थानीय मेला देखने रायगढ़ जा रही थी, इसी दौरान कुछ लोगों ने उसे रोका और जबरन पास के तालाब के किनारे ले गए और वहां उसके साथ दुष्कर्म किया."
सामूहिक दुष्कर्म के 6 आरोपी गिरफ्तार : रायगढ़ एसपी दिव्यांग पटेल ने बताया " महिला ने मंगलवार को शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी. पीड़िता की शिकायत के आधार पर तुरंत आरोपियों पर केस दर्ज किया गया. आरोपियों पर भारतीय न्याय संहिता की धारा 194(24) और 70(1) की धारा के तहत मामला दर्ज किया गया है. विशेष टीम का गठन कर 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया. पीड़िता का मेडिकल चेकअप किया गया है. पीड़िता की स्थिति अभी सामान्य है. आगे की जांच जारी है."
कांग्रेस ने बनाई जांच समिति: इस पूरे मामले में कांग्रेस ने जांच समिति का गठन किया है. विधायक उत्तरी जांगड़े के नेतृत्व में 5 सदस्यीय समिति गांव का दौरा कर मामले की जांच करेगी. इस दौरान समिति की टीम ग्रामीणों से भी बातचीत कर घटना की रिपोर्ट प्रदेश कांग्रेस कमेटी को सौंपेगी. इस जांच समिति में विधायक विद्यावती सिदार, चातुरी नंद, कविता प्राणलहरे और जिलाअध्यक्ष अरुण मालाकार शामिल हैं.
![Congress investigation committee will investigate](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/21-08-2024/22258147_ppp.jpg)
भूपेश बघेल ने खोला मोर्चा: छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने रायगढ़ गैंगरेप की घटना को बेहद गंभीर बताया. पूर्व सीएम ने सभी आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की. मंगलवार रात को बघेल ने 'एक्स' पर लिखा, "रायगढ़ के पुसौर इलाके में हुई बलात्कार की घटना बेहद गंभीर है. दोषियों को तुरंत गिरफ्तार किया जाना चाहिए और आरोपियों को दोषी करार दिए जाने तक पीड़िता को सुरक्षा दी जानी चाहिए. पीड़िता को चिकित्सा सहित हर संभव सहायता मिलनी चाहिए. "