पाकुड़: आदिवासी छात्र संघ से जुड़े हजारों आदिवासी छात्रों ने जिला मुख्यालय पर जन आक्रोश महारैली निकाली और प्रशासन के खिलाफ आक्रोश जाहिर किया. रैली के दौरान छात्रों ने जानलेवा हमले में शामिल दोषियों और छात्रों की पिटाई में शामिल पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की. छात्र नेता प्रो. निर्मल मुर्मू, कमल मुर्मू ने बताया कि हमारी मांग आदिवासियों की जमीन लूटना बंद करने, तुष्टीकरण की राजनीति पर रोक लगाने, आदिवासियों की जमीन और जनसंख्या की जांच करने एवं आदिवासियों की कब्जाई जमीन को वापस करने की है.
दरअसल, पाकुड़ जिले के महेशपुर थाना क्षेत्र के गायबथान गांव में बीते 18 जुलाई 2024 को आदिवासियों के साथ दुर्व्यवहार किया गया था. इस दौरान उन पर जानलेवा हमला भी किया गया था. वहीं, कुमार कालिदास मेमोरियल कॉलेज आदिवासी छात्रावास के छात्रों के साथ पुलिस द्वारा बर्बरतापूर्वक पिटाई की गई थी. इन मामलों को लेकर छात्रों द्वारा जन आक्रोश महारैली निकाली गई. आयोजित जन आक्रोश महारैली में पाकुड़ जिले के अलावा साहिबगंज और दुमका के भी आदिवासी छात्र-छात्रा अपने पारंपरिक हथियारों के साथ शामिल हुए.
महारैली कुमार कालिदास मेमोरियल कॉलेज छात्रावास से निकाली गयी जो गांधी चौक होते हुए समाहरणालय पहुंचा. यहां शासन और प्रशासन के खिलाफ आदिवासी छात्र नेताओं ने जमकर हमला बोला और आदिवासियों पर हो रहे अत्याचार और जुल्म में शामिल दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की. छात्र नेताओं द्वारा डीसी और एसपी को ज्ञापन सौंपा एवं कार्रवाई करने की मांग की. रैली में शामिल छात्रों ने चेतावनी दी कि सख्त कार्रवाई नहीं होने पर फिर से आंदोलन किया जाएगा.
ये भी पढ़ें: पंचायतों में बढ़ेंगी सुविधाएं, छोटे मामलों के लिए नहीं लगाने पड़ेंगे ब्लॉक और जिले के चक्कर