हल्द्वानी: शहर के कई सड़कों के चौड़ीकरण की कार्रवाई शुरू कर दी गई है. शहर के चौड़ीकरण में करीब 250 से अधिक पेड़ भी आ रहे हैं. ऐसे में पेड़ों को बचाने के लिए प्रशासन ने पहल शुरू की है. चौड़ीकरण की जद में आ रहे 50 साल से अधिक पुराने लगभग 11 वृक्षों को शिफ्ट किया जाएगा. जिससे शहर की पहचान भी बनी रहे. इन वृक्षों को चिन्हित करने के लिए प्रशासन, वन विभाग और लोक निर्माण विभाग ने संयुक्त सर्वे किया है.
उप जिलाधिकारी हल्द्वानी परितोष वर्मा ने बताया कि डीएम के निर्देशानुसार शहर के प्रमुख 13 चौराहों और तिराहों का चौड़ीकरण एवं विकास किया जाना है. इस चौड़ीकरण में कई सड़कों और चौराहों पर पुराने वृक्ष आ रहे हैं. हाल ही में हुई बैठक में डीएम ने इन वृक्षों को काटने के बजाय शिफ्ट करने के निर्देश दिए थे. सिटी मजिस्ट्रेट एपी वाजपेयी के नेतृत्व में प्रशासन, राजस्व, लोनिवि, वन विभाग की संयुक्त टीम सर्वे भी कर चुकी है. जिसमें मंडी पुलिस चौकी मंदिर, कालू सिद्ध मंदिर और नारीमन चौक काठगोदाम शमिल है. इसमें 50 साल पुराने पीपल और पाकड़ के लगभग 11 वृक्षों को चिन्हित किया गया, जिन्हें शहर के अन्य जगहों के अलावा गौलापार के गंगापुर कबडाल में निर्माणाधीन गोशाला में वृक्ष-प्रत्यारोपण किया जाएगा.
सर्वे में वृक्षों की मोटाई, जड़ें वगैरह आदि का जायजा लिया गया है. प्रारंभिक चरण में वृक्षों की शिफ्टिंग पर सहमति बन गई है. अब विशेषज्ञों से राय मशविरा लिया जाएगा. साथ ही वृक्षों को शिफ्ट करने की लागत, इस्तेमाल होने वाली मशीनों आदि की भी जानकारी ली जाएगी. इसके अलावा कुछ विदेशी तकनीकी के माध्यम से पेड़ों को शिफ्ट करने की योजना है. कार्य योजना तैयार होते ही पेड़ों की शिफ्टिंग की कार्रवाई की जाएगी.
ये भी पढ़ेंः मसूरी में सड़क बनाने के लिए काट डाले पेड़! डीएफओ ने मांगे कागजात