उन्नाव : जिले में स्वास्थ्य विभाग के लापरवाह अधिकारी सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं. उन्नाव में स्वास्थ्य सेवाओं की पोल आज उस समय खुली जब बीती देर रात एक सड़क हादसे में घायल कुछ लोग पुरवा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र इलाज कराने के लिए पहुंचे. सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में लाइट न होने की वजह से डॉक्टर को टॉर्च की रोशनी में घायलों का इलाज करना पड़ा. जबकि, केंद्र पर जनरेटर की व्यवस्था होने के बावजूद स्टार्ट नहीं कराया गया.
चार लोग गंभीर रूप से घायल : देश में लोकसभा के चुनाव चल रहे हैं. लोग मुद्दों को देखकर वोट करने की बात कह रहे हैं लेकिन, उन्नाव में स्वास्थ्य व्यवस्थाओं की यहां के जिम्मेदारों ने धज्जियां उड़ा रखी है. स्वास्थ्य विभाग आए दिन अपनी कारगुजारियों से चर्चा में बना रहता है. दरअसल, उन्नाव के पुरवा कोतवाली क्षेत्र में स्थित तुसरौर गांव के पास एक निजी बस अनियंत्रित होकर पलट गई, जिसमें चार लोग गंभीर रूप से घायल हो गए. मौके पर मौजूद लोगों ने उन घायलों को पुरवा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया जहां पर मौजूद डॉक्टर लाइट न होने के चलते टाॅर्च की रोशनी में ही घायलों का इलाज करते नजर आए. जबकि, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर जनरेटर की भी व्यवस्था है. वहीं, लाइट न होने के चलते कुछ देर बाद सभी घायलों को जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया. उन्नाव सीएमओ डॉ. सत्यप्रकाश का कहना है कि केंद्र पर जनरेटर की व्यवस्था है. लाइट क्यों नहीं जल रही थी, इसकी जांच कराई जाएगी.
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