जयपुर : उपनिरीक्षक (एसआई) भर्ती परीक्षा में पेपर लीक और डमी अभ्यर्थी बैठाने के मामले में रविवार को एसओजी ने सगे भाई-बहन सहित तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार भाई-बहन ने पेपर लीक माफिया भूपेंद्र सारण के भाई गोपाल सारण की मदद से लीक पर्चा पढ़कर परीक्षा दी थी और चयनित हुए थे.
एसओजी के एडीजी वीके सिंह ने बताया कि जालोर के देवदा निवासी दिनेश कुमार और प्रियंका को एसआई भर्ती पेपर लीक मामले में गिरफ्तार किया गया है. दोनों को रविवार को कोर्ट में पेश कर 11 अक्टूबर तक रिमांड पर लिया गया है. भागीरथ की 99वीं और प्रियंका की 132वीं रैंक है. दोनों को भूपेंद्र सारण के भाई गोपाल सारण ने जयपुर में 200 फीट बाईपास पर इनोवा कार में परीक्षा का पर्चा पढ़ाया था.
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दो बहनों की जगह छम्मी ने दी परीक्षा : डमी अभ्यर्थी बिठाकर परीक्षा पास करने वाली मंजू विश्नोई को एसओजी पहले गिरफ्तार कर चुकी है. अब उसकी बहन धोरीमन्ना (बाड़मेर) निवासी संतोष को भी एसओजी ने गिरफ्तार किया है. एसओजी की पड़ताल में खुलासा हुआ है कि मंजू और संतोष दोनों की जगह समीता उर्फ छम्मी विश्नोई ने डमी अभ्यर्थी के रूप में परीक्षा दी थी. छम्मी को एसओजी पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है. अब एसओजी संतोष को 10 अक्टूबर तक रिमांड पर लेकर पूछताछ कर रही है.
भूपेंद्र के भाई को पकड़ने के बाद हुआ खुलासा : पेपर लीक माफिया भूपेंद्र सारण के भाई गोपाल सारण को एसओजी ने बीते दिनों गिरफ्तार किया था. उससे पूछताछ में खुलासा हुआ कि उसने छह अभ्यर्थियों को लीक पेपर पढ़वाकर परीक्षा दिलवाई थी. उनका चयन एसआई भर्ती में हो गया. गोपाल सारण 2014 में राजस्थान पुलिस में एसआई के पद पर नियुक्त हुआ था. हालांकि, 2020 में पाइप लाइन से क्रूड चोरी के एक मामले में मिलीभगत के चलते उसे सेवा से बर्खास्त कर दिया गया था.