नई दिल्ली/गाजियाबाद: देश भर में ट्रेनों को पटरियों से उतरने की घटनाएं लगातार सामने आ रही है. बीते कुछ दिनों में देश के कई राज्यों से रेल पटरियों पर विस्फोटक जैसे गैस सिलेंडर, लोहे की रॉड, पत्थर आदि रखे जाने के मामले सामने आए. इस तरह के मामलों से निपटने के लिए अब रेलवे अलर्ट हो गया है. इसके मद्देनजर रेलवे प्रबंधन, आरपीएफ और पुलिस द्वारा सतर्कता बढ़ाई जा रही है. आज इसी कड़ी में गाजियाबाद में एक बड़ी बैठक हुई. इस बैठक में रेलवे लाइन सेफ्टी से जुड़ी कई अहम मुद्दों पर चर्चा हुई.
दरअसल, बीते कुछ दिनों में बुरहानपुर, सूरत, कानपुर और प्रयागराज में रेलवे ट्रैक पर साजिश की घटनाएं सामने आ चुकी हैं. विभिन्न स्थानों पर घटित रेलवे ट्रैक अवरोध, तोड़फोड़, पत्थरबाजी, रन ओवर आदि अपराधों के नियंत्रण और यात्री सुरक्षा के लिए रेलवे सुरक्षा बल और जीआरपी के अधिकारियों के साथ मंगलवार को रिजर्व पुलिस लाइन्स स्थित शहीद परमजीत हॉल में अतिरिक्त पुलिस आयुक्त दिनेश कुमार पी की अध्यक्षता में मीटिंग का आयोजन किया गया. मीटिंग में आरपीएफ के सीनियर डिवीजनल सिक्योरिटी कमिश्नर एस सुधाकर, असिस्टेंट सिक्योरिटी कमिश्नर शंकर सिंह गबर्याल सुमित पुलिस कमेस्ट्रेट और आरपीएफ के अधिकारी शामिल हुए.
मीटिंग में इन बिंदुओं पर हुई चर्चा
- गाजियाबाद पुलिस, रेलवे सुरक्षा बल और राजकीय रेलवे पुलिस संयुक्त रूप से सर्वे कर रेलवे ट्रैक और उसके आस-पास वल्नरेबिलिटी मैपिंग करते हुए हॉटस्पॉट चिन्हित की जाए.
- रेलवे ट्रैक की सुरक्षा के लिए समन्वय स्थापित करते हुए प्रभावी पेट्रोलिंग की जाए.
- रेलवे लाइन के आस-पास रहने वाले व्यक्तियों और झुग्गी-झोपड़ियों के निवासियों का सत्यापन की जाए.
- रेलवे से संबंधित अपराध जैसे रेलवे ट्रैक अवरोध, पत्थरबाजी, लूट और चोरी आदि करने वाले अपराधियों और गैंगस्टर एक्ट के अपराधियों की जानकारी एक-दूसरे से साझा करते हुए उन पर प्रभावी कार्यवाही की जाए.
- बीते 10 वर्षों में रेलवे से संबंधित अपराधों और उनके घटनास्थलों की जानकारी साझा करते हुए हॉटस्पॉट चिन्हित की जाए.
- सहायक पुलिस आयुक्त, थाना प्रभारियों का एक संयुक्त रूप से व्हाट्स एप ग्रुप बनाते हुए आपस में लाभप्रद सूचनाए साझा की जाए.
- रेलवे स्टेशनों और उसके आस-पास के सीसीटीवी कैमरों की प्रोपर चैकिंग की जाए. यदि कैमरा नहीं काम कर रहा हैं तो उनकी मरम्मत की जाए.
- रेलवे ट्रैक के पास आबादी वाले क्षेत्रों में नए स्थान चिन्हित कर सीसीटीवी कैमरे लगाई जाए.
- कोई भी ट्रेन हादसा होने पर प्रक्रिया का पालन करते हुए तत्काल एक दूसरे का सहयोग करना.
- असामाजिक तत्वों पर निरंतर सतर्क दृष्टि रखने के लिए एक प्रभावी सूचना तंत्र विकसित किया जाए.
- सहायक पुलिस आयुक्त स्तर पर समय-समय पर गोष्ठी आयोजित कर आपस में समन्वय स्थापित कर लाभप्रद सूचनाओं का आदान-प्रदान किया जाए.
- रेलवे ट्रैक की सुरक्षा के लिए सभी सम्भावित उपायों पर विचार करते हुए कार्ययोजना तैयार की जाए.
- रेलवे ट्रैक की सुरक्षा हेतु रेलवे सुरक्षा बल, राजकीय रेलवे पुलिस एवं स्थानीय पुलिस द्वारा आपस में समन्वय स्थापित करते हुए एक मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) तैयार की जाए.
आर्मी की स्पेशल ट्रेन को उड़ाने की कोशिश: बता दें, मध्य प्रदेश से गुजरने वाले दिल्ली-मुंबई रेलमार्ग पर एक बड़ी साजिश का खुलासा हुआ था. बुरहानपुर के पास सागफाटा रेलवे ट्रैक पर आर्मी की स्पेशल ट्रेन को उड़ाने की कोशिश की गई. पटरी पर धमाके की आवाज के बाद ड्राइवर की सूझबूझ से बड़ा हादसा टल गया. यह ट्रेन सेना की स्पेशल ट्रेन थी जो जम्मू कश्मीर से कर्नाटक जा रही थी. घटना 18 सितंबर बुधवार की है.
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