रांची: राजधानी रांची में सुबह से ही राहुल गांधी की न्याय यात्रा को लेकर लोगों में काफी उत्साह देखा गया. विभिन्न चौराहों पर राहुल गांधी की एक झलक पाने के लिए कांग्रेस कार्यकर्ता घंटों सड़क किनारे खड़े नजर आए. लेकिन इसके कारण सड़क जाम की भी समस्या देखने मिली. आधे घंटे से ज्यादा तक कई स्कूल बसें जाम में फंसी रही. सैकड़ों वाहनों के पहिए थम गए. हालांकि, जैसे ही राहुल गांधी की न्याय यात्रा आगे बढ़ी. जाम खुल गया और फिर यातायात सुचारू रूप से चलने लगा.
सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम: दरअसल, न्याय यात्रा के दौरान राहुल गांधी का काफिला बूटी मोड़ में जैसे ही दाखिल हुआ, पूरे शहर में सुरक्षा व्यवस्था अलर्ट मोड पर आ गयी. राहुल गांधी की एक झलक पाने के लिए सड़क किनारे खड़े सभी कार्यकर्ताओं को बैरिकेडिंग कर एक तरफ कर दिया गया, ताकि कोई भी सुरक्षा घेरे के अंदर न घुस सके. जैसे ही राहुल गांधी का काफिला बूटी मोड़ से बरियातू की ओर बढ़ा, रास्ते में इंतजार कर रहे कार्यकर्ता राहुल गांधी से मिलने के लिए उत्सुकता दिखाने लगे. कार्यकर्ताओं की उत्सुकता देखकर राहुल गांधी कुछ मिनट के लिए रुके और कुछ कार्यकर्ताओं से हाथ भी मिलाया.
बरियातू के बाद राहुल गांधी की न्याय यात्रा का काफिला करम टोली की ओर बढ़ा, जहां पहले से ही सैकड़ों कार्यकर्ता राहुल गांधी का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे. करमटोली चौक पर राहुल गांधी ने कार के अंदर से हाथ हिलाकर कार्यकर्ताओं का अभिवादन किया.
हॉटलिप्स चौक के पास लगा जाम: करमटोली के बाद राहुल गांधी का काफिला सीधे हेमंत सोरेन के आवास पर रुका. जहां उन्होंने हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन से करीब 25 मिनट तक मुलाकात की. राहुल गांधी और कल्पना सोरेन की मुलाकात के कारण हॉटलिप्स चौक के पास पूरी यातायात व्यवस्था करीब आधे घंटे तक ठप रही. कई स्कूल बसों सहित सैकड़ों वाहन जाम में खड़े रहे. राहुल गांधी की सुरक्षा को पुख्ता रखने के लिए जिला प्रशासन को सख्त निर्देश दिया गया था कि मुलाकात होने तक हॉटलिप्स चौक से एक भी वाहन को जाने की इजाजत नहीं दी जाएगी. दोपहर करीब तीन बजे राहुल गांधी और कल्पना सोरेन के बीच मुलाकात खत्म हुई और उसके बाद ठप पड़ी यातायात व्यवस्था सुचारू रूप से शुरू हो गयी.
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