नई दिल्ली: गाजियाबाद में दुकानों का किराया बढ़ाए जाने को लेकर व्यापारियों ने निगम मुख्यालय पहुंचकर विरोध प्रदर्शन किया. दुकाने बंद कर बड़ी संख्या में एकजुट होकर व्यापारी निगम मुख्यालय में दाखिल हुए. इस दौरान भारी संख्या में पुलिस बल भी निगम मुख्यालय में दिखाई दिया. व्यापारियों की मांग है कि बढ़े हुए किराए को वापस लिया जाए.
व्यापारी नेता राजू छाबड़ा का कहना है कि राजनीतिक दल के नेताओं, जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों से सिर्फ आश्वासन ही मिला है. पिछले ढाई साल से अपनी लड़ाई लड़ रहे हैं. जिन दुकानों का किराया ₹500 से लेकर 1500 के बीच है, उन दुकानों का किराया 8000 से 18000 के बीच कर दिया गया है. व्यापारी लंबे वक्त से इसका विरोध कर रहे हैं. इस समस्या को लेकर अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों तक कई बार पहुंचे हैं. लेकिन, सिर्फ आश्वासन ही मिला है.
छाबड़ा का कहना है कि बढ़ा हुआ किराया मंजूर नहीं है. मेयर चुनाव से पहले हमारे पक्ष में और हमारी मांग के साथ जो लोग खड़े थे वह चुनाव जीतने के बाद अब मांग को नकार रहे हैं. चुनाव से पहले व्यापारियों के हाथों से जिन्होंने मालाएं पहनी. चुनाव जीतने के बाद व्यापारियों के साथ खड़े नहीं हुए. आज साथ खड़ा होना तो दूर हमसे कोई मिलना भी उचित नहीं समझ रहा है.
व्यापारी नेता राकेश स्वामी का कहना है निगम के जीओ के मुताबिक, हर पांच साल में 12.5 पर्सेंट किराया बढ़ाना था. हमारी मांग है कि 12.5 प्रतिशत के हिसाब से नगर निगम किराया बढ़ाए. जो की तमाम व्यापारियों को मंजूर होगा. इस हिसाब से जो भी बढ़े हुए किराए का बकाया होगा वह व्यापारी देने को तैयार है. किराए के संबंध में मेयर से पहले बात हो चुकी है, उन्होंने आश्वासन दिया था कि किराए को सही करेंगे.