उत्तरकाशी: उत्तराखंड पर्वतीय जिलों के ऊंचाई वाले इलाकों में इन दिनों जबरदस्त बर्फबारी हो रही है. उत्तरकाशी में इस हफ्ते के पांच दिनों में जबरदस्त बर्फबारी हुई. बर्फबारी के बाद मौसम खुलते ही पर्यटक बर्फ से पटे ट्रैकों का रुख करने लगे हैं. समुद्रतल से करीब 3 हजार मीटर की ऊंचाई पर स्थित डोडिताल इन दिनों ट्रैकर्स से गुलजार नजर आ रहा है. देश के विभिन्न राज्यों से ट्रैकर्स डोडिताल पहुंच रहे हैं. जिससे ट्रैकिंग व्यवसाय से जुड़े व्यवसायियों के चेहरे खिल उठे हैं. जिले में इस बार जमकर बर्फबारी हुई. अब मौसम साफ होते ही पर्यटक पर्यटन स्थल पहुंचने लगे हैं.
भारत होम स्टे के संचालक और टैकिंग व्यवसायी राजेश पंवार ने बताया कि डोडिताल ट्रैक पर इस समय करीब तीन से चार फीट बर्फ है. बर्फबारी के बाद मौसम खुलते ही तमिलनाडु के पांच ट्रैकर्स डोडिताल पहुंचे. जिन्होंने डोडिताल के 16 किमी के बर्फीले ट्रैक पर दो दिन ट्रैक पर बर्फ का लुत्फ उठाया. तमिलनाडु के ट्रैकर्स अनश्री और दिव्या का कहना है कि वह पहली बार उत्तर भारत के किसी ट्रैक पर आए हैं. डोडिताल ट्रैक की जानकारी उन्हें ऑनलाइन मिली थी. डोडिताल में दो दिवसीय ट्रैक जीवन का एक अलग ही अनुभव है. इस ट्रैक पर बर्फ से लदे हुए पेड़ इसकी खूबसूरती पर चार चांद लगा रहे हैं. इसके साथ ही अगोड़ा गांव में भारत होम स्टे में स्थानीय व्यजंनों का भी स्वाद लिया.
अगोड़ा गांव के प्रधान मुकेश पंवार का कहना है कि डोडिताल ट्रैक के लिए लगातार ऑनलाइन और ऑफलाइन बुकिंग आ रही है. उनके गांव और केलशू क्षेत्र के कई युवा ट्रैकिंग व्यवसाय से जुड़े हैं. डोडिताल ट्रैक पर पर्यटकों और ट्रैकर्स का आकर्षण स्थानीय लोगों के रोजगार के लिए भी सहायक सिद्ध हो रहा है.
कैसे पहुंचे डोडिताल? डोडिताल उत्तरकाशी जिले के केलशू घाटी में समुद्रतल से करीब 3 हजार मीटर की ऊंचाई पर स्थित है. यहां पर करीब एक किमी के क्षेत्र में झील फैली हुई है, जो कि अस्सी गंगा नदी का उद्गम स्थल है. उत्तरकाश जिला मुख्यालय से मैक्स वाहन या निजी वाहन से करीब 15 किमी की दूरी सड़क मार्ग से तय की जा सकती है. उसके बाद यहां पर अगोड़ा, ढासड़ा, दंदालका में होमस्टे की सुविधा है. अगोड़ा से डोडिताल की दूरी करीब 16 किमी का पैदल ट्रैक कर तय किया जाता है. यहां से गंगोत्री घाटी की चोटियों का सुंदर अवलोकन किया जा सकता है.
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