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Delhi: अगली दिवाली तक और प्रदूषित हो जाएगी यमुना, जानिए- बीजेपी नेता ने क्यों किया ये दावा

बीजेपी नेता शहजाद पूनावाला ने कालिंदी कुंज में यमुना के तट का दौरा किया. दिखाई यमुना की डर्टी पिक्चर.

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By ETV Bharat Delhi Team

Published : 2 hours ago

नई दिल्ली: दिल्लीवासियों की सांसों पर संकट पहले से ही बरकरार है. राष्ट्रीय राजधानी में वायु प्रदूषण के स्तर के बढ़ने के साथ-साथ अब यमुना नदी में जहरीले झागों की समस्या ने एक नई चिंता को जन्म दिया है. विशेषकर दिवाली के बाद अब छठ पर्व को मनाने के लिए जोरों पर चल रही तैयारियों के बीच, यह प्रदूषण का उभार और भी गंभीर हो गया है.

शहजाद पूनावाला का आरोप: शुक्रवार को कालिंदी कुंज में यमुना नदी के घाट पर सफेद झाग पानी पर तैरते हुए देखे गए. यह झाग न केवल नदी के पारिस्थितिकी तंत्र के लिए हानिकारक है, बल्कि यह स्थानीय लोगों के स्वास्थ्य पर भी प्रतिकूल प्रभाव डाल सकता है. भाजपा नेता शहजाद पूनावाला ने इस मामले की गंभीरता को उजागर करते हुए कहा कि दिवाली के अगले दिन यमुना घाट पर प्रदूषण की स्थिति चिंताजनक है. उनका आरोप है कि इस स्थिति के लिए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी का भ्रष्टाचार जिम्मेदार है.

राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप: शहजाद पूनावाला ने कहा कि छठ पूजा से पहले सरकार रासायनिक डिफोमर का उपयोग कर रही है, जो एक अस्थायी समाधान है और इसका वास्तविक स्थायी समाधान नहीं है. उनका यह भी कहना था कि केजरीवाल दिल्ली को 'गैस चैंबर' में बदलने के लिए जिम्मेदार हैं. उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि सरकार अन्य राज्यों, खासकर यूपी और पंजाब, को प्रदूषण के लिए दोषी ठहराती है, जबकि वे खुद अपनी जिम्मेदारियों से भागते हैं.

यह भी पढ़ें- Delhi: यमुना के पानी से जहरीले झाग हटाने के लिए किए 6,856 करोड़ खर्च, फिर भी यमुना मैली की मैली

आप नेता सत्येंद्र जैन का आरोप: बीते सप्ताह कालिंदी कुंज में यमुना नदी में जहरीला झाग तैरते दिखे थे तो यमुना में प्रदूषण को लेकर आम आदमी पार्टी ने भाजपा के विरोध प्रदर्शन करने पर हमला बोला. आप नेता सत्येंद्र जैन ने कहा था कि नदी में बहने वाला औद्योगिक कचरा दिल्ली से नहीं आता है, राष्ट्रीय राजधानी में कोई जल प्रदूषणकारी उद्योग नहीं हैं। जैन ने दावा किया कि यमुना में औद्योगिक कचरा हरियाणा और उत्तर प्रदेश से आता है.

उन्होंने कहा था कि यह कचरा बादशाहपुर नाले से होकर नजफगढ़ नाले में जाता है, जोकि गुरुग्राम की तरफ से आता है. सोनीपत में औद्योगिक कचरा नरेला की तरफ से यमुना में आता है. शाहदरा नाले में औद्योगिक कचरा उत्तर प्रदेश से आता है. उन्होंने कहा था कि कालिंदी कुंज के पास यूपी जल निगम द्वारा प्रतिबंधित एक बैराज है, जिसके 12 गेट हैं। अगर ये सभी गेट खोल दिए जाएं, तो झाग जमा नहीं होगा लेकिन वे आमतौर पर केवल 2-3 गेट ही खोलते हैं.

यह भी पढ़ें- दिल्ली में यमुना नदी को पुनर्जीवित करने की तत्काल आवश्यकता

नई दिल्ली: दिल्लीवासियों की सांसों पर संकट पहले से ही बरकरार है. राष्ट्रीय राजधानी में वायु प्रदूषण के स्तर के बढ़ने के साथ-साथ अब यमुना नदी में जहरीले झागों की समस्या ने एक नई चिंता को जन्म दिया है. विशेषकर दिवाली के बाद अब छठ पर्व को मनाने के लिए जोरों पर चल रही तैयारियों के बीच, यह प्रदूषण का उभार और भी गंभीर हो गया है.

शहजाद पूनावाला का आरोप: शुक्रवार को कालिंदी कुंज में यमुना नदी के घाट पर सफेद झाग पानी पर तैरते हुए देखे गए. यह झाग न केवल नदी के पारिस्थितिकी तंत्र के लिए हानिकारक है, बल्कि यह स्थानीय लोगों के स्वास्थ्य पर भी प्रतिकूल प्रभाव डाल सकता है. भाजपा नेता शहजाद पूनावाला ने इस मामले की गंभीरता को उजागर करते हुए कहा कि दिवाली के अगले दिन यमुना घाट पर प्रदूषण की स्थिति चिंताजनक है. उनका आरोप है कि इस स्थिति के लिए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी का भ्रष्टाचार जिम्मेदार है.

राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप: शहजाद पूनावाला ने कहा कि छठ पूजा से पहले सरकार रासायनिक डिफोमर का उपयोग कर रही है, जो एक अस्थायी समाधान है और इसका वास्तविक स्थायी समाधान नहीं है. उनका यह भी कहना था कि केजरीवाल दिल्ली को 'गैस चैंबर' में बदलने के लिए जिम्मेदार हैं. उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि सरकार अन्य राज्यों, खासकर यूपी और पंजाब, को प्रदूषण के लिए दोषी ठहराती है, जबकि वे खुद अपनी जिम्मेदारियों से भागते हैं.

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आप नेता सत्येंद्र जैन का आरोप: बीते सप्ताह कालिंदी कुंज में यमुना नदी में जहरीला झाग तैरते दिखे थे तो यमुना में प्रदूषण को लेकर आम आदमी पार्टी ने भाजपा के विरोध प्रदर्शन करने पर हमला बोला. आप नेता सत्येंद्र जैन ने कहा था कि नदी में बहने वाला औद्योगिक कचरा दिल्ली से नहीं आता है, राष्ट्रीय राजधानी में कोई जल प्रदूषणकारी उद्योग नहीं हैं। जैन ने दावा किया कि यमुना में औद्योगिक कचरा हरियाणा और उत्तर प्रदेश से आता है.

उन्होंने कहा था कि यह कचरा बादशाहपुर नाले से होकर नजफगढ़ नाले में जाता है, जोकि गुरुग्राम की तरफ से आता है. सोनीपत में औद्योगिक कचरा नरेला की तरफ से यमुना में आता है. शाहदरा नाले में औद्योगिक कचरा उत्तर प्रदेश से आता है. उन्होंने कहा था कि कालिंदी कुंज के पास यूपी जल निगम द्वारा प्रतिबंधित एक बैराज है, जिसके 12 गेट हैं। अगर ये सभी गेट खोल दिए जाएं, तो झाग जमा नहीं होगा लेकिन वे आमतौर पर केवल 2-3 गेट ही खोलते हैं.

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