गोरखपुर : शहर में पर्यटकों के आकर्षण का सबसे बड़ा केंद्र बन चुके रामगढ़ ताल की तारीफ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपनी हर सभा के मंच से करते हैं. यहां होते विकास और लोगों की उमड़ती भीड़ की चर्चा मुंबई के नरीमन पॉइंट और जुहू चौपाटी से की जाती है. दरअसल योगी आदित्यनाथ के विकास का यह ड्रीम प्रोजेक्ट है. जिस पर करीब 600 करोड़ रुपये अब तक खर्च हो चुके हैं. फिलवक्त यह स्थानीय और आसपास के लोगों के पर्यटन का बड़ा केंद्र बना चुका है. यहां प्रतिदिन हजारों की संख्या में लोग सैर सपाटे और खान पान के लिए पहुंचते हैं. प्रदेश का दूसरा क्रूज इस ताल में संचालित हो रहा है. मुख्यमंत्री ने इस ताल से सी प्लेन उड़ाने की घोषणा भी कर रखी है. फ्लोटिंग रेस्टोरेंट भी तैयार हो रहा है.
सुपरस्टार सांसद रवि किशन के घर पर चुटकी : सीएम का कहना है कि जो क्षेत्र लूटपाट का अड्डा होता था. जहां पर वीआईपी को सर्किट हाउस में विशेष सिक्योरिटी के बीच रखा जाता था. वहां अब भोजपुरी फिल्मों के सुपरस्टार सांसद रवि किशन ने अब अपना घर बना लिया है. इस चुटीले अंदाज से योगी यह बताने का प्रयास करते हैं कि रामगढ़ ताल का किनारा अब इतना सुंदर और सुरक्षित हो चुका है, जहां हर कोई बसना चाहता है. यह पर्यटन के साथ लोगों के रोजगार का भी बड़ा केंद्र बन चुका है. पटरी व्यवसाय से लेकर कई रेस्टोरेंट और होटल रामगढ़ ताल के किनारे संचालित हो रहे हैं. शाम का नजारा तो यहां का बेहद ही खूबसूरत हो जाता है.
नैसर्गिक आनंद लेना है तो रामगढ़ ताल घूमने जरूर जाएं : ईटीवी भारत से बाततीच में लोगों और पर्यटकों ने बताया कि वास्तव में अगर नैसर्गिक आनंद लेना है तो रामगढ़ ताल के नौकायन और उसके किनारे की सैर करने जरूर जाएं. लोगों का कहना था कि कभी यहां लूटपाट, शराबियों, जुआरियों का अड्डा हुआ करता था. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पहल के बाद अब यह इलाका पूरी तरह सज और संवर गया है. यही वजह है कि सिर्फ गोरखपुर ही नहीं आसपास के जिलों के लोग हजारों की संख्या में यहां पहुंचते हैं. 15 अगस्त और 26 जनवरी समेत कई बड़े आयोजनों के लिए यह प्रमुख केंद्र बन चुका है. रन फॉर यूनिटी हो या कोई भी दौड़, रामगढ़ ताल से प्रारंभ होती है. दर्जनों फिल्मों और वेब सीरीज के शूटिंग का यह महत्वपूर्ण स्थल बन गया है. सांसद रवि किशन का घर भी अपने आप में आकर्षण का केंद्र है. वह अक्सर यहां सुबह और शाम टहलते हुए लोगों के बीच मिल जाया करते हैं. शहर के लोग कहते हैं कि पूर्व मुख्यमंत्री वीर बहादुर सिंह ने रामगढ़ ताल के विकास का जो सपना देखा था, उसे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने न सिर्फ अंजाम तक पहुंचा है, बल्कि इसे विश्व स्तरीय पर्यटन का केंद्र बना दिया है.
रामगढ़ ताल को संवारेगा गोरखपुर विकास प्राधिकरण : गोरखपुर विकास प्राधिकरण रामगढ़ ताल के सुंदरीकरण को लेकर विभिन्न प्रोजेक्ट बनाता रहता है. ताल की गहराई बढ़ाने के लिए करीब 300 करोड़ की लागत से 81 लाख घन मीटर गाद (मिट्टी) निकालने का भी काम यहां जल्द शुरू होने वाला है. ताल के चारों तरफ टू लेन की रिंग रोड भी विकसित की जा रही है. इस परियोजना को पूरी होने में तीन साल का समय लगेगा. इससे ताल का पानी पूरी तरह साफ होगा और चारों तरफ रामगढ़ ताल फ्रंट विकसित हो सकेगा. एक हिस्से में सुंदर पार्क बनाया जाएगा. ताल के किनारे साइकिल पाथवे भी बनाने की योजना है. यहां पर छठ घाट भी निर्माण किया जाएगा.
ताल के किनारे लगेंगी महापुरुषों की प्रतिमाएं : गोरखपुर विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष आनंद वर्धन सिंह का कहना है कि महापुरुषों की बड़ी-बड़ी प्रतिमाएं ताल के किनारे स्थापित करने का प्लान है. दूसरे हिस्से में खेल कूद की गतिविधियां भी बढ़ाई जाएंगी. बच्चों के खेलने की भी यहां जगह होगी. ओपन थिएटर होगा, जहां फिल्में चलाई जाएंगी. लोग ताल की खूबसूरती के बीच खुले आसमान के नीचे बैठकर फिल्मों का आनंद ले सकेंगे. यहां आने वाले पर्यटकों को लजीज व्यंजनों का आनंद भी मिलेगा. हर 400 से 500 मीटर पर कियोस्क बनाए जाएंगे. जहां लोग लजीज व्यंजन का आनंद उठा सकेंगे. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट को पूरा करना तो मकसद है ही, गोरखपुर को सिर्फ पूर्वांचल ही नहीं, प्रदेश और देश का प्रमुख पर्यटन स्थल बनाया जा सके इसका प्रयास किया जा रहा है. इसके बगल में ही देश का सबसे बड़ा कन्वेंशन सेंटर बनने जा रहा है. जिसका प्रोजेक्ट और डिजाइन तैयार हो चुकी है, जो करीब 5000 लोगों की क्षमता का 600 सौ करोड़ रुपये में बनेगा.