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जयराम महतो की आज बदलाव संकल्प सभा, भाकपा माले के बाद कांग्रेस के ये नेता होंगे शामिल - Jairam Mahato meeting

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By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : 2 hours ago

Jairam Mahto ki Sabha. झारखंड की राजनीति में कोई चेहरा तेजी से उभरा है तो वह जयराम महतो. जयराम चंद कुछ महीनों में ही लोगों की जेहन में समा गए हैं. अब जयराम की पार्टी बन गयी है, जिसने सभी सीटों से चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी है तो कई नेता अपनी पार्टी छोड़कर जयराम के साथ आ रहे हैं.

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जयराम महतो (ETV BHARAT)

गिरिडीह: जयराम महतो की पार्टी 'झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा' सूबे के 81 विधानसभा सीट पर चुनाव लड़ने की घोषणा कर चुकी है. ऐसे में इनकी पार्टी का कुनबा अब बढ़ता ही जा रहा है. चुनाव लड़ने की इच्छा पाले नेता लगातार जयराम के साथ आ रहे हैं. गिरिडीह जिले से भी दो नेता जयराम के साथ आ गए, जिनमें भाकपा माले के राज्य कमेटी सदस्य राजेश यादव और कांग्रेस ओबीसी मोर्चा के प्रदेश प्रवक्ता रहे नवीन आनंद ऊर्फ नवीन चौरसिया हैं. राजेश कुछ दिनों पहले ही भाकपा माले से त्यागपत्र दिए थे और पिछले दिनों जयराम की पार्टी में शामिल हो गए. जबकि 30 सितंबर यानी आज के आयोजित कार्यक्रम में नवीन आनंद विधिवत तौर पर जयराम के साथ होंगे. ईटीवी भारत ने दोनों से पार्टी छोड़ने की वजह और आगे की रणनीति को लेकर बातचीत की.

सूबे में बदलाव की लहर: राजेश

राजेश यादव ने कहा कि गांडेय क्षेत्र में वे 20 वर्ष से जनता की अगुवाई की, जनता के लिए संघर्ष किया. कहीं न कहीं इन संघर्षों को छोड़ने की बात चल रही थी, तो इसलिए हमने भाकपा (माले) को छोड़ना ही बेहतर समझा. उन्होंने कहा कि हम जनसंघर्ष नहीं छोड़ सकते, जनता को नहीं छोड़ सकते इसलिए भाकपा माले ही छोड़ दिया. पूरे झारखंड में बदलाव की लहर चल रही है और जिस तरह से पिछले 24 साल से यहां के लोगों को ठगा गया, शहीदों के अरमानों को खत्म किया गया, इन्हें ट्रैक पर लाने की जरूरत है. अब झारखंड के नव निर्माण की बात है, जिसकी अगुवाई जयराम महतो कर रहे हैं. इसलिए पूरे झारखंड को जयराम से उम्मीद है.

जयराम से प्रभावित होकर साथ चलने का लिया निर्णय: नवीन

नवीन आनंद ने कहा कि कांग्रेस में वे चार साल से थे, लेकिन वहां जनता की समस्या के मामले में मैं कुछ कर नहीं पा रहा था. पिछले छह महीने से जयराम महतो की कार्यशैली को देखते रहा और उनकी विचारधारा से प्रभावित होकर उनके साथ चलने का निर्णय लिया. एक सवाल के जवाब में नवीन ने कहा कि विधानसभा चुनाव की टिकट की उम्मीद सभी करते हैं. हालांकि मैं जयराम के साथ चलने आया हूं. टिकट मिले या नहीं उनके हर आंदोलन में साथ रहूंगा.

बदलाव संकल्प सभा को संबोधित करेंगे जयराम

इधर, 30 सितंबर को गिरिडीह विधानसभा क्षेत्र के सिहोडीह आमबागान में जयराम महतो का कार्यक्रम है. यहां बदलाव संकल्प सभा होनी है, जिसे जयराम महतो संबोधित करेंगे. पार्टी के नेता रॉकी नवल ने बताया कि जनता का समर्थन पूरा मिल रहा है. लोकसभा चुनाव में भी यह देखने को मिला है. रॉकी ने स्थानीय प्रशासन पर भेदभाव करने का आरोप लगाया है. इनका कहना है कि शहर के झंडा मैदान में पार्टी के नेता जयराम महतो का कार्यक्रम करवाने का प्रयास किया गया, लेकिन प्रशासन ने अनुमति नहीं दी. जबकि इसी झंडा मैदान में भाजपा, झामुमो का कार्यक्रम हो जाता है, लेकिन जयराम महतो को कार्यक्रम के लिए झंडा मैदान नहीं दिया जाता है.

ये0 भी पढ़ें: जयराम महतो की पार्टी में शामिल हुए अमित महतो, कांग्रेस से दिया इस्तीफा

ये भी पढ़ें: जयराम महतो ने बदलाव संकल्प सभा में जमकर निकाली भड़ास, कहा- गरीबों को देते हैं एक लाख का घर, खुद के लिए आलीशान बंगला

गिरिडीह: जयराम महतो की पार्टी 'झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा' सूबे के 81 विधानसभा सीट पर चुनाव लड़ने की घोषणा कर चुकी है. ऐसे में इनकी पार्टी का कुनबा अब बढ़ता ही जा रहा है. चुनाव लड़ने की इच्छा पाले नेता लगातार जयराम के साथ आ रहे हैं. गिरिडीह जिले से भी दो नेता जयराम के साथ आ गए, जिनमें भाकपा माले के राज्य कमेटी सदस्य राजेश यादव और कांग्रेस ओबीसी मोर्चा के प्रदेश प्रवक्ता रहे नवीन आनंद ऊर्फ नवीन चौरसिया हैं. राजेश कुछ दिनों पहले ही भाकपा माले से त्यागपत्र दिए थे और पिछले दिनों जयराम की पार्टी में शामिल हो गए. जबकि 30 सितंबर यानी आज के आयोजित कार्यक्रम में नवीन आनंद विधिवत तौर पर जयराम के साथ होंगे. ईटीवी भारत ने दोनों से पार्टी छोड़ने की वजह और आगे की रणनीति को लेकर बातचीत की.

सूबे में बदलाव की लहर: राजेश

राजेश यादव ने कहा कि गांडेय क्षेत्र में वे 20 वर्ष से जनता की अगुवाई की, जनता के लिए संघर्ष किया. कहीं न कहीं इन संघर्षों को छोड़ने की बात चल रही थी, तो इसलिए हमने भाकपा (माले) को छोड़ना ही बेहतर समझा. उन्होंने कहा कि हम जनसंघर्ष नहीं छोड़ सकते, जनता को नहीं छोड़ सकते इसलिए भाकपा माले ही छोड़ दिया. पूरे झारखंड में बदलाव की लहर चल रही है और जिस तरह से पिछले 24 साल से यहां के लोगों को ठगा गया, शहीदों के अरमानों को खत्म किया गया, इन्हें ट्रैक पर लाने की जरूरत है. अब झारखंड के नव निर्माण की बात है, जिसकी अगुवाई जयराम महतो कर रहे हैं. इसलिए पूरे झारखंड को जयराम से उम्मीद है.

जयराम से प्रभावित होकर साथ चलने का लिया निर्णय: नवीन

नवीन आनंद ने कहा कि कांग्रेस में वे चार साल से थे, लेकिन वहां जनता की समस्या के मामले में मैं कुछ कर नहीं पा रहा था. पिछले छह महीने से जयराम महतो की कार्यशैली को देखते रहा और उनकी विचारधारा से प्रभावित होकर उनके साथ चलने का निर्णय लिया. एक सवाल के जवाब में नवीन ने कहा कि विधानसभा चुनाव की टिकट की उम्मीद सभी करते हैं. हालांकि मैं जयराम के साथ चलने आया हूं. टिकट मिले या नहीं उनके हर आंदोलन में साथ रहूंगा.

बदलाव संकल्प सभा को संबोधित करेंगे जयराम

इधर, 30 सितंबर को गिरिडीह विधानसभा क्षेत्र के सिहोडीह आमबागान में जयराम महतो का कार्यक्रम है. यहां बदलाव संकल्प सभा होनी है, जिसे जयराम महतो संबोधित करेंगे. पार्टी के नेता रॉकी नवल ने बताया कि जनता का समर्थन पूरा मिल रहा है. लोकसभा चुनाव में भी यह देखने को मिला है. रॉकी ने स्थानीय प्रशासन पर भेदभाव करने का आरोप लगाया है. इनका कहना है कि शहर के झंडा मैदान में पार्टी के नेता जयराम महतो का कार्यक्रम करवाने का प्रयास किया गया, लेकिन प्रशासन ने अनुमति नहीं दी. जबकि इसी झंडा मैदान में भाजपा, झामुमो का कार्यक्रम हो जाता है, लेकिन जयराम महतो को कार्यक्रम के लिए झंडा मैदान नहीं दिया जाता है.

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