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कोरिया में टाइगर का टेरर, बीते 20 दिनों से बाघ की मौजूदगी, वन विभाग करा रहा मुनादी

कोरिया वन मंडल में बाघ का खौफ बरकरार है. यहां बीते 20 दिनों से बाघ की मौजूदगी है. वन विभाग मुनादी करा रहा है

TIGER TERROR IN KOREA
कोरिया वन मंडल (ETV BHARAT)
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By ETV Bharat Chhattisgarh Team

Published : Nov 3, 2024, 11:02 PM IST

कोरिया: कोरिया वन मंडल में बीते 16 अक्टूबर से बाघ की चहलकदमी ने लोगों को परेशान कर दिया है. कोरिया और बैकुंठपुर के इलाकों में लोगों में दहशत है. वन विभाग के मुताबिक घने जंगल में बाघ ने अपना डेरा जमा रखा है. जिसके चलते वन विभाग की ओर से लगातार ग्रामीणों को जंगल में न जाने की चेतावनी दी जा रही है. 2 नवंबर को बाघ की दहाड़ कटकोना के जंगलों में सुनाई दी. इससे लोगों में दहशत का माहौल व्याप्त हो गया. बाघ की ताजा लोकेशन चामट पहाड़ है. यहां के इलाकों में वन विभाग ने अलर्ट जारी कर दिया है.

15 किलोमीटर के दायरे में वन विभाग की आवाजाही: कोरिया और बैकुंठपुर के 15 किलोमीटर के इलाके में वन विभाग की आवाजाही देखने को मिल रही है. रोजाना बाघ 15 किलोमीटर चल रहा है. टाइगर की चहलकदमी से वन विभाग भी चिंतित है. वन विभाग ने लाउडस्पीकर से मुनादी कराकर ग्रामीणों को सावधान रहने की चेतावनी जारी की है. वन विभाग ने लोगों को जंगल में बेवजह न जाने की सलाह दी है. खासकर पहाड़ से लगे गांवों में यह मुनादी की जा रही है ताकि लोग पहले से अलर्ट रहें और किसी अनहोनी का शिकार न हों.

कोरिया वन मंडल में बाघ का खौफ (ETV BHARAT)

हम लगातार निगरानी कर रहे हैं. हमारी ग्रामीणों से अपील है कि वे जंगल वाले इलाके में न जाएं. वन विभाग के निर्देशों का पालन करें: कोरिया वन विभाग

tiger footprints
बाघ के पैरों के निशान (ETV BHARAT)

बाघ को ट्रेस करने के लिए लगाए गए कैमरे: बाघ को ट्रेस करने के लिए इलाके में कैमरे लगाए गए हैं. उसके बावजूद भी बाघ को ट्रेस करने में सफलता हासिल नहीं हो पा रही है. बाघ के पैरों के निशान जरूर मिले हैं. बाघ की चहलकदमी के चलते उसके पैरों के निशान कई स्थानों पर मिले हैं. इन निशानों को देखकर वन विभाग लगातार इलाके में मुनादी का काम कर रहा है. लोग अब मवेशी को खुले में छोड़ने से डर रहे हैं.

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कोरिया: कोरिया वन मंडल में बीते 16 अक्टूबर से बाघ की चहलकदमी ने लोगों को परेशान कर दिया है. कोरिया और बैकुंठपुर के इलाकों में लोगों में दहशत है. वन विभाग के मुताबिक घने जंगल में बाघ ने अपना डेरा जमा रखा है. जिसके चलते वन विभाग की ओर से लगातार ग्रामीणों को जंगल में न जाने की चेतावनी दी जा रही है. 2 नवंबर को बाघ की दहाड़ कटकोना के जंगलों में सुनाई दी. इससे लोगों में दहशत का माहौल व्याप्त हो गया. बाघ की ताजा लोकेशन चामट पहाड़ है. यहां के इलाकों में वन विभाग ने अलर्ट जारी कर दिया है.

15 किलोमीटर के दायरे में वन विभाग की आवाजाही: कोरिया और बैकुंठपुर के 15 किलोमीटर के इलाके में वन विभाग की आवाजाही देखने को मिल रही है. रोजाना बाघ 15 किलोमीटर चल रहा है. टाइगर की चहलकदमी से वन विभाग भी चिंतित है. वन विभाग ने लाउडस्पीकर से मुनादी कराकर ग्रामीणों को सावधान रहने की चेतावनी जारी की है. वन विभाग ने लोगों को जंगल में बेवजह न जाने की सलाह दी है. खासकर पहाड़ से लगे गांवों में यह मुनादी की जा रही है ताकि लोग पहले से अलर्ट रहें और किसी अनहोनी का शिकार न हों.

कोरिया वन मंडल में बाघ का खौफ (ETV BHARAT)

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बाघ के पैरों के निशान (ETV BHARAT)

बाघ को ट्रेस करने के लिए लगाए गए कैमरे: बाघ को ट्रेस करने के लिए इलाके में कैमरे लगाए गए हैं. उसके बावजूद भी बाघ को ट्रेस करने में सफलता हासिल नहीं हो पा रही है. बाघ के पैरों के निशान जरूर मिले हैं. बाघ की चहलकदमी के चलते उसके पैरों के निशान कई स्थानों पर मिले हैं. इन निशानों को देखकर वन विभाग लगातार इलाके में मुनादी का काम कर रहा है. लोग अब मवेशी को खुले में छोड़ने से डर रहे हैं.

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