कोरिया: कोरिया के बैकुंठपुर में बाघ की दहशत से हड़कंप की स्थिति है. दिवाली पर्व के मौके पर भी बैकुंठपुर वन मंडल में बाघ का खौफ दिख रहा है. बीते एक सप्ताह से लोग यहां टाइगर को लेकर डर के साये में जी रहे हैं. पांडवपारा एसईसीएल क्षेत्र से सटे ग्रामीण इलाकों सहित कई जगहों पर बाघ की दहशत लोगों को देखने को मिल रही है. गांववाले काफी डरे हुए हैं. शाम ढलते ही लोग सन्नाटे के साये में कैद हो जाते हैं. शाम पांच बजे के बाद लोग घर से बाहर निकलने में डरते हैं. ऐसे में दिवाली मनाने से भी लोग डर रहे हैं.
ग्रामीणों में टाइगर का टेरर: गांव वालों में टाइगर का टेरर देखने को मिल रहा है. स्थानीय निवासियों ने बताया कि किसी तरह काम के लिए अगर दिन को घर से बाहर निकलते हैं तो जल्द घर लौटने की चिंता बनी रहती है. बाघ का मूवमेंट बैकुंठपुर के इलाके में हो रहा है. जिससे कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
जैसे ही गांव वालों ने बाघ देखा. तुरंत इसकी सूचना वन विभाग को दी गई है. वन विभाग ने मुनादी कराते हुए लोगों को फिर से चेतावनी दी है: स्थानीय मजदूर
दिन के वक्त काम करने में तो समस्या नहीं होती, लेकिन रात में बाहर जाना खतरे से खाली नहीं है: एसईसीएल कॉलरी कर्मी, पांडवपारा
बाघ को जंगल में देखा गया है और ग्रामीणों को जंगल में न जाने की सलाह दी जा रही है. बाघ के लोकेशन का पता चलते ही आसपास के गांवों में मुनादी कराई जाती है. जिससे लोग सचेत रहें और अपने आप को सुरक्षित रख सकें. वन विभाग ने बाघ के मूवमेंट को लेकर ग्रामीणों को अलर्ट करने का प्रयास कर रही है: अखिलेश मिश्रा, एसडीओ, गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान
बैकुंठपुर में बाघ का खौफ इस कदर व्याप्त है कि लोग दिवाली मनाने से भी डर रहे हैं. ऐसे में देखना होगा कि कैसे वन विभाग बाघ को पकड़ने में सफल होता है.