सवाई माधोपुर. रणथंभौर नेशनल पार्क में अनियमितताओं का दौर लगातार जारी है. विभागीय अधिकारियों की अनदेखी और लापरवाही के चलते यहां बाघ, बाघिन और शावकों की मौत हो रही है. वहीं, वन अधिकारी पर्यटन में व्यस्त हैं. ऐसी ही एक दुखद घटना रविवार शाम को सामने आई. रणथंभौर नेशनल पार्क के हिंदवाड़ गांव में बाघ टी 58 की मौत हो गई.
दरअसल, रविवार सुबह जंगल से निकलकर बाघ टी 58 फलोदी रेंज के हिंदवाड़ गांव के खेतों में जाते नजर आया था. साथ ही बाघ ने हिंडवाड़ गांव में एक भैंस का शिकार भी किया, जिसकी सूचना ग्रामीणों ने वन विभाग को दी. सूचना मिलने के बाद वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और बाघ की मॉनिटरिंग व ट्रैकिंग शुरू की गई, लेकिन इसी दौरान बाघ टी 58 की संदेहास्पद मौत हो गई.
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वहीं, टी 58 की मौत से अब वन विभाग की कार्य प्रणाली पर सवाल खड़े हो रहे हैं. वन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार बाघ टी 58 की उम्र करीब 12 साल थी. बाघ का पोस्टमार्टम सोमवार सुबह शहर के नाका राजबाग चौकी पर किया जाएगा. फिलहाल मृत बाघ के शव को नाका राजबाग स्थित वन्यजीव मोर्चरी में रखवाया गया है. ऐसे में अब पोस्टमार्टम के बाद ही मौत के कारणों का खुलासा हो पाएगा.