नैनीताल: सरोवर नगरी नैनीताल में तिब्बती समुदाय के लोग अपने धर्म गुरुओं की रिहाई की मांग को लेकर एकजुट हुए. इस दौरान उन्होंने तिब्बत की आजादी की मांग भी उठाई. साथ ही चीन के खिलाफ जोरदार विरोध प्रदर्शन भी किया. वहीं, चीन के कब्जे में मौजूद तिब्बत के धर्म गुरुओं की रिहाई को लेकर प्रार्थना सभा आयोजित की गई. वहीं, तिब्बती समुदाय से जुड़े विभिन्न संगठनों ने एक आवाज में चीन का विरोध किया.
तिब्बत संघर्ष संगठन के अध्यक्ष छेरिंग तोपगिल ने कहा कि तिब्बत पर चीन ने पूरी तरह कब्जा कर लिया है. तिब्बत में डैम बनाए जा रहे हैं. जिसका विरोध करने वाले तिब्बतियों को गिरफ्तार किया गया है, जिसका वो पुरजोर विरोध करते हैं. उन्होंने कहा कि तिब्बत से मठ भी लगातार हटाए जा रहे हैं. इतना ही नहीं कई गांव भी वीरान कर दिए गए हैं, जो कि बेहद गलत है.
उन्होंने कहा कि पिछले 17 सालों से तिब्बत में रहने वाले तिब्बतियों के साथ अन्याय लगातार किया जा रहा है. कुछ समय पहले बड़ी संख्या में तिब्बतियों को जेल में बंद कर दिया गया था. उन्होंने चीन से सभी तिब्बतियों की रिहाई की मांग की है. उनका कहना था कि तिब्बत से सभी नदियों को चीन के लिए डायवर्ट किया जा रहा है. जिससे भविष्य में पानी की बड़ी किल्लत होने वाली है. उन्होंने तिब्बतियों की रिहाई को लेकर प्रार्थना सभा की.
इस दौरान तिब्बती मार्केट के समक्ष पूजा अर्चना भी की. धर्म गुरुओं की मौजूदगी में तिब्बतियों ने मंत्र पढ़े. इसके बाद विरोध प्रदर्शन किया गया. इस दौरान पूरी तिब्बती मार्केट बंद रही. प्रदर्शनकारियों में तिब्बत संघर्ष महिला संगठन की महासचिव छेरिंग पेलकी, यूथ कांग्रेस के उपाध्यक्ष तसी तोपगिल, तेनजिन छिरिंग, डोरमा आदि शामिल रहे.
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