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कानपुर: झोपड़ी में लगी भीषण आग, तीन साल के बच्चे की जलकर हुई मौत - child burnt to death - CHILD BURNT TO DEATH

मोहीपूरवा रौगांव में एक झोपड़ी में भीषण आग लग गई. जिसमें 3 साल के बच्चे की जलकर मौत हो गई. फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी.

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Apr 5, 2024, 10:30 PM IST

कानपुर: जिले में शुक्रवार को अरौल थाना क्षेत्र के मोहीपूरवा रौगांव में एक झोपड़ी में भीषण आग लग गई. जिसमें 3 साल के बच्चे की जलकर दर्दनाक मौत हो गई. दरअसल, शुक्रवार को झोपड़ी में चूल्हे की चिंगारी से ये आग लगी, कुछ ही देर में आग ने काफी विकराल रूप धारण कर लिया. इस अग्निकांड में 3 साल के बच्चे की जलकर दर्दनाक मौत हो गई.

फायर ब्रिगेड ने आग पर काबू पाया

वहीं, सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीम ने किसी तरह आग पर काबू पाया. बच्चे की मौत के बाद पूरे गांव में महातम सा छा गया. वहीं, मृतक बच्चे के परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है. फिलहाल पुलिस ने मृतक बच्चे के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. साथ ही जांच में जुट गई है.

घर पर बेटा बलवान और हनुमान अकेले थे

वहीं, इस मामले में पुलिस ने कहा कि शहर के आउटर थाना अरौल थाना क्षेत्र के ग्राम मोहीपुरवा, रौगांव निवासी बहादुर पुत्र गंगाराम दिवाकर खेती बड़ी व मजदूरी का काम करके अपने परिवार का भरण पोषण करते हैं. बहादुर के परिवार में पत्नी रेनू, बेटी काजल (7), बेटा बलवान (5), और सबसे छोटा बेटा हनुमान (3) ये सभी झोपड़ी में रहते थे. शुक्रवार के दिन बहादुर अपनी बड़ी बेटी काजल को लेकर अपने बहनोई के घर गए हुए थे. वहीं, मां रेनू शौच के लिए गई हुई थी. इस दौरान घर पर बेटा बलवान और हनुमान अकेले थे.

'मेरा लाल मुझे छोड़ कर चला जाएगा तो, मैं घर से जाति ही नहीं'
मां का कहना है कि दोनों बच्चे खेलते-खेलते चूल्हे के पास पहुंच गए और माचिस से आग लगा दी. चूल्हे की आग से निकली चिंगारी से झोपड़ी में अचानक आग लग गई. देखते ही देखते आग ने विकराल रूप ले लिया. किसी तरह बड़ा बेटा बलवान वहां से निकलकर भाग गया. लेकिन छोटा बच्चा हनुमान झोपड़ी के अंदर फंसा रह गया. गांव वालों ने आग बुझाने का प्रयास किया, इसके साथ ही पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीम को सूचना दी. सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड की टीम ने जब तक आग पर काबू पाया तब तक 3 साल के बच्चे हनुमान की मौत हो चुकी थी. इस दुर्घटना के बाद से पूरे गांव में शो की लहर दौड़ गई. वही, मां का कहना था कि मैं तो अपने लाल को घर पर खेलते हुए छोड़कर गई थी. पता होता कि इस तरह का हादसा हो जाएगा और मेरा लाल मुझे छोड़ कर चला जाएगा तो मैं घर से जाति ही नहीं.

इस पूरे मामले में एडीसीपी पश्चिम विजेंद्र द्विवेदी ने बताया कि अरौल थाना क्षेत्र के ग्राम मोहिपुरवा रौगांव में शुक्रवार को चूल्हे की आग से झोपड़ी में आग लग गई थी. आग की चपेट में आने से 3 साल के बच्चे की मौत हो गई है. फिलहाल पुलिस इस पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है.

यह भी पढ़ें: निजी महाविद्यालय की कैंटीन में जिंदा जल गया चपरासी, परिवार के लोग बोले- हत्या हुई है

यह भी पढ़ें: कानपुर में 250 स्थानों पर लग चुकी आग, नहीं हैं पुख्ता इंतजाम


कानपुर: जिले में शुक्रवार को अरौल थाना क्षेत्र के मोहीपूरवा रौगांव में एक झोपड़ी में भीषण आग लग गई. जिसमें 3 साल के बच्चे की जलकर दर्दनाक मौत हो गई. दरअसल, शुक्रवार को झोपड़ी में चूल्हे की चिंगारी से ये आग लगी, कुछ ही देर में आग ने काफी विकराल रूप धारण कर लिया. इस अग्निकांड में 3 साल के बच्चे की जलकर दर्दनाक मौत हो गई.

फायर ब्रिगेड ने आग पर काबू पाया

वहीं, सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीम ने किसी तरह आग पर काबू पाया. बच्चे की मौत के बाद पूरे गांव में महातम सा छा गया. वहीं, मृतक बच्चे के परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है. फिलहाल पुलिस ने मृतक बच्चे के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. साथ ही जांच में जुट गई है.

घर पर बेटा बलवान और हनुमान अकेले थे

वहीं, इस मामले में पुलिस ने कहा कि शहर के आउटर थाना अरौल थाना क्षेत्र के ग्राम मोहीपुरवा, रौगांव निवासी बहादुर पुत्र गंगाराम दिवाकर खेती बड़ी व मजदूरी का काम करके अपने परिवार का भरण पोषण करते हैं. बहादुर के परिवार में पत्नी रेनू, बेटी काजल (7), बेटा बलवान (5), और सबसे छोटा बेटा हनुमान (3) ये सभी झोपड़ी में रहते थे. शुक्रवार के दिन बहादुर अपनी बड़ी बेटी काजल को लेकर अपने बहनोई के घर गए हुए थे. वहीं, मां रेनू शौच के लिए गई हुई थी. इस दौरान घर पर बेटा बलवान और हनुमान अकेले थे.

'मेरा लाल मुझे छोड़ कर चला जाएगा तो, मैं घर से जाति ही नहीं'
मां का कहना है कि दोनों बच्चे खेलते-खेलते चूल्हे के पास पहुंच गए और माचिस से आग लगा दी. चूल्हे की आग से निकली चिंगारी से झोपड़ी में अचानक आग लग गई. देखते ही देखते आग ने विकराल रूप ले लिया. किसी तरह बड़ा बेटा बलवान वहां से निकलकर भाग गया. लेकिन छोटा बच्चा हनुमान झोपड़ी के अंदर फंसा रह गया. गांव वालों ने आग बुझाने का प्रयास किया, इसके साथ ही पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीम को सूचना दी. सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड की टीम ने जब तक आग पर काबू पाया तब तक 3 साल के बच्चे हनुमान की मौत हो चुकी थी. इस दुर्घटना के बाद से पूरे गांव में शो की लहर दौड़ गई. वही, मां का कहना था कि मैं तो अपने लाल को घर पर खेलते हुए छोड़कर गई थी. पता होता कि इस तरह का हादसा हो जाएगा और मेरा लाल मुझे छोड़ कर चला जाएगा तो मैं घर से जाति ही नहीं.

इस पूरे मामले में एडीसीपी पश्चिम विजेंद्र द्विवेदी ने बताया कि अरौल थाना क्षेत्र के ग्राम मोहिपुरवा रौगांव में शुक्रवार को चूल्हे की आग से झोपड़ी में आग लग गई थी. आग की चपेट में आने से 3 साल के बच्चे की मौत हो गई है. फिलहाल पुलिस इस पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है.

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