लखनऊ: विधान परिषद चुनाव के लिए समाजवादी पार्टी ने भी अपने उम्मीदवार उतार दिए हैं. सपा के एमएलसी के लिए तीन उम्मीदवारों की घोषणा की है. तीनों कैंडिडेट ने आज नामांकन दाखिल कर दिया है. समाजवादी पार्टी ने आजमगढ़ से दो उम्मीदवार एक साथ उतार दिए हैं. बहुजन समाज पार्टी से हाल ही में सपा में शामिल हुए शाह आलम उर्फ गुड्डू जमाली के साथ ही पूर्व मंत्री बलराम यादव को भी उम्मीदवार बनाया है. जबकि शामली के रहने वाले किरनपाल कश्यप को भी समाजवादी पार्टी ने उम्मीदवार बनाकर नोमिनेशन कर दिया है.
आजमगढ़ से दो उम्मीदवार होने से सूत्रों का कहना है कि समाजवादी पार्टी में इस बात को लेकर नाराजगी है. खुद राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव नामांकन की प्रक्रिया में शामिल नहीं हुए. जिससे चर्चाओं का बाजार गर्म है. पहला नाम अल्पसंख्यक वर्ग से है. हाल ही में आजमगढ़ के नेता शाह आलम गुड्डू जमाली ने समाजवादी पार्टी की सदस्यता ग्रहण की थी. उनके पार्टी में आते ही अखिलेश यादव ने उनको एमएलसी पद पर टिकट से नवाज दिया है.
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव किरणपाल कश्यप को भी टिकट दिया गया है. शामली के रहने वाले किरण पाल कश्यप कई बार जिला अध्यक्ष भी रह चुके थे. पश्चिम उत्तर प्रदेश में पार्टी को मजबूत करने में उनका महत्वपूर्ण योगदान रहा है. किरण पाल के जरिए पश्चिम उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी एक संकेत देना चाहती है. बलराम यादव मुलायम सिंह यादव की सरकार जब-जब बनी वह मंत्री बनते रहे. अखिलेश यादव की सरकार में भी वह पंचायती राज मंत्री थे. उनका लंबा अनुभव है. मगर पार्टी के सूत्रों का कहना है कि उनको इस बार एमएलसी पद की उम्मीदवारी देने से पहले काफी विवाद हुआ है. आजमगढ़ से 2 एमएलसी उम्मीदवार देने को लेकर पार्टी में एक राय नहीं थी. इसके बावजूद बलराम यादव को उतारा गया है. नामांकन के दौरान अखिलेश यादव मौजूद नहीं रहे थे.
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