देहरादून: उत्तराखंड में मानसून सीजन दस्तक दे चुका है. मौसम विभाग ने इस बार सभी सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट कर दिया है.मौसम विभाग का कहना है मॉनसून सीजन इस बार सामान्य से ज्यादा प्रभावी रह सकता है, यानी की साफ है कि इस बार मानसून सीजन में होने वाली बरसात सामान्य से अधिक होगी. मौसम विभाग का यह पूर्व अनुमान निश्चित तौर से आपदा प्रबंधन और प्रदेश में आपदा के समय जिम्मेदारी निभाने वाली सभी एजेंसियों के लिए एक बड़ा अलर्ट है.
मानसून के दौरान हर साल बड़ी आपदाएं आती हैं. जिनसे निपटने के लिए पर्याप्त साधन न होने से कई तरह की चुनौतियां बनी रहती हैं. ऐसे में चुनौतियों से निपटने के लिए सरकार ने इस बार आपदा की स्थिति में तीन हेलीकॉप्टर तैनात करने का निर्णय लिया है, ताकि वक्त पर राहत और बचाव कार्य किए जा सके.
इस वक्त उत्तराखंड में चारधाम यात्रा के साथ ही सिखों के सबसे पवित्र तीर्थ स्थल हेमकुंड साहिब को यात्रा जारी है. उत्तराखंड के हिल स्टेशन और पर्यटक स्थल भी पर्यटकों से गुलजार हैं. आपदा बहुल उत्तराखंड में हर साल आपदा आने पर राहत-बचाव कार्यों में खासी परेशानी होती है. एक हेलीकॉप्टर से जहां राहत-बचाव चुनौतीपूर्ण है तो वहीं कई बार वायुसेना की मदद भी लेनी पड़ती है. ऐसे में पहली बार सरकार प्रदेश में मानसून सीजन में आपदा राहत बचाव कार्यों के लिए तीन हेलीकॉप्टरों की तैनाती की है. जिसके साथ साथ एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीम भी मौजूद रहेंगी.
यूकाडा सीईओ सी रविशंकर ने बताया इसके लिए टेंडर प्रक्रिया पूरी की जा रही है. एक सप्ताह के भीतर दो से तीन हेलीकॉप्टर तैनात कर दिए जाएंगे. गढ़वाल मंडल के देहरादून और कुमाऊं मंडल के पिथौरागढ़ में आपदा को देखते हुए हेलीकॉप्टर तैनात किये जाएंगे. ये तत्काल राहत-बचाव कार्यों में मदद करेंगे. इसके साथ ही एक हेलिकॉप्टर ऋषिकेश एम्स में एयर एंबुलेंस के तौर पर तैनात किया जाएगा.