बरेली : फरीदपुर थाना क्षेत्र में झोपड़ी में आग लगने से दलित परिवार की दो सगी बहनों समेत चार मासूम बच्चियों की जिंदा जलकर मौत हो गई. इसमें एक एक बच्ची ने अस्पताल में दम तोड़ दिया. घटना की जानकारी लगते ही पुलिस और प्रशासन के आल्हा अधिकारी मौके पर पहुंचे. इधर, चार बच्चियों की मौत के बाद घर में कोहराम मच गया है. घटना के वक्त घरवाले मौजूद नहीं थे. डीएम ने कहा है कि मृतक बच्चियों के परिवार को 4-4 लाख रुपये की आर्थिक सहायता सरकार की ओर से दी जाएगी.
बताते हैं कि के नवादा बिलसंडी गांव में रामदास अपनी पत्नी के साथ खेतों में काम करने गया था. रामदास के मकान पर झोपड़ी पड़ी हुई है और इसी में भूसा और अन्य सामान रखा जाता है. बताया जा रहा है कि शुक्रवार दिन में पड़ोस के रहने वाले अमिताभ की दोनों बच्चियां नीतू (6), मानवी (3) गांव के ही सुखबीर की बेटी नैना (5) और भीमसेन की बेटी प्रियांशी (5) के साथ झोपड़ी में लुकाछिपी खेल रही थीं. तभी अचानक झोपड़ी में आग लग गई. चारों बच्चियां उस वक्त झोपड़ी के अंदर ही मौजूद थीं और ऊंची-ऊंची लपटों में घिर गईं. देखते ही देखते आग ने विकराल रूप धारण कर लिया. इस घटना में प्रियांशी, मानवी और नैनाकी जिंदा जलकर मौत हो गई. जबकि नीतू की हालत गंभीर बनी हुई थी. उसे इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया है. कुछ देर बाद उसने भी दम तोड़ दिया. वहीं घटना की जानकारी लगते ही पुलिस प्रशासन की टीम भी मौके पर पहुंच गई और मामले की जांच में जुट गई. सभी बच्चियों के माता-पिता मजदूरी करके परिवार का भरण पोषण करते हैं.
हादसे से गांव में मचा कोहराम
एक साथ तीन बच्चियों की जिंदा जलकर मौत की घटना के बाद गांव में कोहराम मच गया. बताया जा रहा है कि घटना के वक्त परिवारवाले घर में मौजूद नहीं थे और आसपास के बच्चे पक्के मकान के ऊपर बनी झोपड़ी में खेल रहे थे कि तभी अचानक आग लग गई. इस घटना से पूरे गांव में मातम पसर गया है. जिलाधिकारी रविंद्र कुमार ने बताया कि तीन बच्चों की मौत हो गई है. तत्काल मौके पर पुलिस और प्रशासन के अधिकारी पहुंचे तो देखा कि नीचे पक्का घर था और ऊपर एक झोपड़ी में भूसा भरा हुआ था. घायल बच्ची का इलाज कराया जाएगा और प्रशासनिक मदद भी दी जाएगी. घटना कैसे हुई है इसकी जांच की जारी है.