बिलासपुर : तोरवा थाना क्षेत्र में दुष्कर्म के झूठे केस में फंसाने की धमकी देने वाली महिला के खिलाफ जुर्म दर्ज किया गया है.इस मामले में महिला रेलकर्मी को ब्लैकमेल कर रही थी.जिसकी शिकायत लेकर रेलकर्मी पुलिस थाने पहुंचा.लेकिन पुलिस ने रेलकर्मी की शिकायत दर्ज नहीं की.इसके बाद रेलकर्मी ने कोर्ट की शरण की. कोर्ट ने मामले में पुलिस को शिकायत दर्ज कर जांच करने को कहा.जिसके बाद पुलिस ने केस रजिस्टर्ड किया है.
क्या है मामला ? : रेलवे विभाग का कर्मी पिछले 8 साल से विभागीय कार्यालय में तैनात है.इसी दफ्तर में सिरगिट्टी की सफाई कर्मी महिला काम करती थी.इसी दौरान रेलकर्मी और सफाई कर्मी महिला की पहचान हुई. महिला के पति ने उसे छोड़ दिया था.आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण वो सफाई का काम करती थी.महिला अक्सर रेलकर्मी को अपनी परेशानी बताती.रेलकर्मी भी महिला को पैसे और खाने पीने का सामान देने लगा.
मदद करने का गलत फायदा : इसके बाद महिला ने रेलकर्मी से ज्यादा पैसों की मांग की.जब रेलकर्मी ने असमर्थता जताई तो महिला ने रेलकर्मी को झूठे दुष्कर्म के केस में फंसाने की धमकी दी.लेकिन रेलकर्मी ने एसपी दफ्तर में इसकी शिकायत कर दी.महिला को जब ये बात पता चली तो वो रेलकर्मी के घर गई और हंगामा किया.इसके बाद जब वापस रेलकर्मी पुलिस के पास पहुंचा तो उसकी शिकायत नहीं ली गई.लेकिन कोर्ट के आदेश के बाद महिला के खिलाफ कार्रवाई की गई है.
रेलवे पुलिस ने तस्करों को किया अरेस्ट : बिलासपुर रेलवे सुरक्षा बल ने अहमदाबाद हावड़ा एक्सप्रेस ट्रेन से तीन तस्करों को अरेस्ट किया है. ये तीनों ही आरोपी गुजरात के निवासी हैं. इनके पास से रेलवे पुलिस ने सोने की सिल्ली समेत 7 लाख के जेवर बरामद हुए हैं.रेलवे सुरक्षा बल को 26 फरवरी के दिन व्हाट्सएप ग्रुप से एक सूचना मिली थी.जिसमें गुजरात के सूरत के आरोपियों की जानकारी दी गई थी. सूचना पर बिलासपुर रेलवे सुरक्षा बल निरीक्षक भास्कर सोनी के निर्देश पर कुलदीप सिंह ने टीम के साथ जांच अभियान चलाया.
एसी कोच में मिले तस्कर : अहमदाबाद हावड़ा ट्रेन के बी 2 कोच में वहीं शख्स मिले,जिनकी तस्वीरें वाट्सअप पर भेजी गई थी. तीनों से पुलिस ने पूछताछ की.इसके बाद सामान की तलाशी ली गई. जांच के दौरान आरोपियों के पास बैगनी रंग के ट्रॉली बैग और पांच पिट्टू बैग मिले.जिनमें सोने के गहने और सिल्लियां मिलीं. सभी को ट्रेन से उतारकर सामान समेत आरपीएफ पोस्ट लाया गया. इसके बाद सूरत पुलिस 28 फरवरी को बिलासपुर पहुंची. एफआईआर की प्रति पेश कर तीनों आरोपियों के पास मिले जेवर और सोने की सिल्लियों की जांच की. फिर कागजी कार्रवाई के बाद तीनों को गुजरात पुलिस अपने साथ ले गई.
एक ही मकान का दो लोगों से सौदा : बिलासपुर के मस्तूरी थाना क्षेत्र में लाखों की धोखाधड़ी करने का मामला सामने आया. जिसमें एक शख्स ने एक ही मकान को दो लोगों को बेच दिया.इसमें आरोपी ने दो लोगों से 11 लाख 50 हजार की ठगी की. पीड़ितों की शिकायत पर आरोपी के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई है. मस्तूरी थाना पुलिस के मुताबिक मकान बेचने का झांसा देकर दो लोगों से 11 लाख 50 हजार की ठगी करने वाले ग्रामीण के खिलाफ पुलिस ने जुर्म दर्ज किया है.
पैसा लिया लेकिन नहीं दिया मकान : बिनौरी गांव निवासी तुकाराम सोनवानी ने रिपोर्ट दर्ज करवाई है. तुकाराम के मुताबिक उसकी मुलाकात बकरकुदा गांव के तीजराम डहरिया से हुई. तीजराम ने तुकाराम को अपना पक्का मकान बेचने की बात बताई. मकान पसंद आने पर तुकाराम ने 11 लाख में सौदा तय किया. 1 मार्च 2021 को मस्तूरी तहसील कार्यालय में एग्रीमेंट के बाद तीजराम को 11 लाख रुपए दे दिए गए. वहीं घर पर लगे खपरा को बेचने के लिए तीजराम ने तुकाराम के साले जीत सिंह से 50 हजार रुपए ले लिए. दोनों से पैसा लेने के बाद तीजराम डहरिया मकान का कब्जा नहीं सौंप रहा. जिसके बाद पुलिस ने तुकाराम की रिपोर्ट पर तीजराम के खिलाफ 420 के तहत धोखाधड़ी का केस रजिस्टर्ड किया है.