कुशीनगर: जिले के कप्तानगंज तहसील से होकर गुजरने वाली मवन-नाले का बांध भड्सर गांव के पास क्षतिग्रस्त हो गया. जिससे किसानों की हजारों एकड़ फसल पानी मे डूब गई है. मवन नाले का पानी अब गांव तक पहुंच गया है. जिससे हजारों परिवार प्रभावित है. दो दिनों से ही बांध टूट रहा था, लेकिन अबतक प्रसाशन बेखबर रहा. इलाके डूबने के बाद जिलाधिकारी उमेश मिश्रा प्रसासनिक अमले के साथ मौके पर पहुंचे, साथ ही राहत और बचाव के लिए आवश्यक निर्देश भी दिए.
समय रहते नहीं की गई मवन नाले की सफाई: भड्सर खास निवासी राजू ने बताया, कि मवन नाल की साफ सफाई आज से लगभग 5 से 6 साल पहले हुई थी. जिसके बाद किसी ने इसकी सफाई नहीं करायी. यही कारण हैं, कि मवन नाला भर चुका है. उसके बन्धे भी कमजोर हैं. पर किसी जिम्मेदार को इसकी कोई परवाह नहीं थी. यही कारण है, कि आज पूरा इलाका पानी में डूब गया है.
शिवम दुबे ने बताया, कि मवन नाले को भले पानी निकलने वाली कहा जाता है, पर आज वह खुद पानी बाहर फेंक लोगों को डुबा रहा है. इसका सबसे बड़ा कारण जिम्मेदारों द्वारा मवन नाले की समय पर सफाई न करना है. अब हजारों परिवार इस बाढ़ के पानी से प्रभावित हैं. लेकिन, अब तक इसपर प्रशासन की नजर नहीं पड़ी थी. हम लोग दो दिन से टूट रहे बांध को बांधने की कोशिश कर रहे थे. जब यह बेकाबू हो गया, तब हमने सांसद और डीएम से गुहार लगाई. अब देखना होगा की बाढ़ के पानी से हम लोगों को कब तक राहत मिलती है.
डीएम ने किया निरीक्षण: मवन नाले का बांध टूटने और हजारों परिवारों को बांध के पानी से घिरने की सूचना जब कुशीनगर डीएम को हुई, तो निरीक्षण के लिए वह मौके पर पहुंचे. डीएम ने पानी में घुसकर बाढ़ प्रभावित इलाकों के कारणों और समाधान पर गहनता से निरीक्षण किया. जिसके बाद मौके पर मौजूद तहसीलदार दिनेश कुमार, नायब तहसीलदार जितेंद सिंह के साथ अन्य जिम्मेदारों को बाढ़ से बचाव और राहत के लिए उचित प्रबंधन करने का निर्देश दिया.
फिरोजाबाद के नाले ओवरफ्लो, एक युवक बहा: उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद शहर को स्मार्ट सिटी का दर्जा मिलने के बाद भी यहां जल निकासी का कोई भी ठोस इंतजाम नहीं हुआ है. हालत यह है, कि बरसात में यहां जलभराव के कारण सड़कें ताल तलैया बन जातीं है. शुक्रवार को दिन और रात में हुयी बरसात ने एक बार फिर इस स्मार्ट सिटी की व्यवस्थाओं की पोल खोल कर रख दी.सड़कों पर पानी भरने के साथ ही नाले ओवरफ्लो हो गए.एक नाले में तो युवक बह गया, जिसका दूसरे दिन भी कोई सुराग नहीं लग सका है.