राजनांदगांव: राजनांदगांव की डोंगरगढ़ पुलिस को चोरी के केस को सुलझाने में अहम कामयाबी हाथ लगी है. यहां के डोंगरगढ़ के कालकापारा में बीते दिनों लाखों रुपये की चोरी हुई. इस केस में पुलिस ने तफ्तीश तेज की और आरोपियों को गिरफ्तार किया. पुलिस ने आरोपियों को लेकर रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की तो कई चौंकाने वाले खुलासे हुए.
चोरों के गैंग में महिला टीचर भी शामिल: डोंगरगढ़ पुलिस ने जांच के आधार पर खुलासा किया कि इस थीफ गैंग में महिला टीचर भी शामिल है. जो चोरी के माल को खपाने का काम करती थी. पुलिस के खुलासे के मुताबिक महिला शिक्षिका नाबालिग चोर के संपर्क में रहती थी उसके बाद वह जो चोरी के जेवरात उसे लाकर देते थे, वह उस जेवरात को ज्वैलरी के दुकानों में बेचने का काम करती थी. महिला शिक्षिका का नाम प्रणिता नायडू है और वह एक निजी स्कूल में टीचर है.
नाबिलग सहित दो चोर गिरफ्तार: डोंगरगढ़ के कालकापारा में 31 मई 2024 को राहुल सहारे के सूने मकान में चोरी हुई थी. पुलिस में इस केस की शिकायत दर्ज कराई गई. उसके बाद जांच में पुलिस ने एक नाबालिग और उसके दो दोस्तों को गिरफ्तार किया. पुलिस ने जब तीनों से पूछताछ की तो चौंकाने वाले खुलासे हुए. पीड़ित राहुल सहारे का रिश्तेदार भी इस चोरी के केस में शामिल था. आरोपियों ने पहले चोरी की और करीब तीन लाख के जेवरात लेकर महिला टीचर के पास पहुंचे. उसके बाद महिला टीचर ने चोरी के सामान के राजनांदगांव और डोंगरगढ़ के विभिन्न ज्वैलरी शॉप में खपाने की योजना बनाई. पुलिस ने विभिन्न ज्वैलरी दुकानों में बेचे गए जेवरात को बरामद कर लिया है. सभी आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया. अदालत ने सभी को जेल भेज दिया है.
"31 मई को राहुल सहारे ने चोरी की वारदात से जुड़ी एफआईआर दर्ज कराई थी. जिस पर पुलिस ने काम किया. पुलिस ने जब जांच पड़ताल की तो पीड़ित का रिश्तेदार जो नाबालिग है वह इस केस में मुख्य आरोपी निकला. उसने अपने दो दोस्त के साथ मिलकर चोरी की वारदात को अंजाम दिया. इन्होंने एक शिक्षिका की मदद से चोरी के सामान को खपाने का काम किया. तीनों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया": आशीष कुंजाम, एसडीओपी, डोंगरगढ़
ज्वैलर्स पर नहीं हुई कार्रवाई: इस केस में जो ज्वैलर्स चोरी का सामान खरीदते थे उन पर कार्रवाई नहीं हुई है. पुलिस ने इसे सद्भावना पूर्वक लेन देने माना है. हालांकि इस केस में उनके ऊपर भी कार्रवाई का आधार बन सकता है क्योंकि बिना पर्ची और बिल के यह लेन देन हुआ है.