लखनऊः प्रदेश के बेसिक शिक्षा परिषद के शिक्षकों के अंतर्जनपदीय म्यूचुअल तबादले की नीति शासन की तरफ से बीते 27 दिसंबर को जारी हो गई है, लेकिन तबादलों के लिए शिक्षकों को अभी भी लंबा इंतजार करना होगा. तबादला आदेश सर्दियों और गर्मियों की छुट्टियों में ही जारी हो सकते हैं. अभी तबादलों की प्रक्रिया शुरू भी कर दी जाए, तो उसमें काफी वक्त लगेगा, तब तक सर्दियों की छुट्टियां भी बीत जाएंगी. बेसिक शिक्षकों का कहना है कि सरकार को अगर ट्रांसफर करना था तो प्रक्रिया को एक महीने पहले शुरू करना चाहिए था. छुट्टी से 2 दिन पहले आदेश जारी करने का कोई औचित्य नहीं है. जब तक सभी जिलों में मानव संपदा पोर्टल पर शिक्षक समायोजन के लिए जानकारी अपलोड करेंगे, तब तक सर्दियों की छुट्टियां भी बीत जाएंगी. शिक्षकों का कहना है कि जिस ट्रांसफर प्रक्रिया में कम से कम 3 महीने का समय लगेगा, उसे विभाग 15 दिन में कैसे पूरा कर देगा.
ट्रांसफर प्रक्रिया में लगेंगे 3 महीने, छुट्टियां केवल 15 दिनों की: बेसिक शिक्षा परिषद ने 27 दिसंबर को तबादला नीति जारी की थी. उसके बाद 30 दिसंबर को सभी बेसिक शिक्षा अधिकारियों को आदेश दिए थे कि 10 जनवरी तक शिक्षकों का डिटेल मानव संपदा पोर्टल पर अपलोड कर दें. डाटा अपलोड होने के बाद आवेदन मांगे जाएंगे. ऑनलाइन आवेदन के लिए कुछ वक्त दिया जाएगा, उसके बाद 15 दिन में उनका वेरिफिकेशन जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों को करना होगा. उसके बाद एक महीने में जिला स्तरीय समिति अपना निर्णय लेगी. इस निर्णय पर 15 दिन का समय आपत्तियों के लिए देना होगा, आपत्तियों के निस्तारण के बाद ही तबादला आदेश जारी होंगे. वहीं, बेसिक विभाग के नियमों के अनुसार शिक्षकों का स्थानांतरण आदेश गर्मियों और सर्दियों की छुट्टी में ही जारी हो सकते हैं. ऐसे में 27 दिसंबर को जारी हुए स्थानांतरण नीति के अनुपालन की प्रक्रिया गर्मियों की छुट्टी से पहले हो पाना संभव नहीं है.
गर्मियों की छुट्टियों तक करना होगा इंतजार: प्राथमिक शिक्षक प्रशिक्षित स्नातक संगठन के अध्यक्ष विनय कुमार सिंह ने बताया कि शिक्षकों की सर्दियों की छुट्टियां 15 जनवरी को समाप्त हो जाएंगी, ऐसे में उनको कम से कम गर्मियों की छुट्टियों तक तबादलों का इंतजार करना होगा. कहा कि शासनादेश के अनुसार साल में दो बार म्युचुअल तबादले हो सकते हैं, लेकिन अफसरों की लेटलतीफ के कारण एक तबादले में ही एक से डेढ़ महीने का वक्त लग जाता है. ऐसे में इस सर्दियों की छुट्टियों में भी शिक्षकों को स्थानांतरण हो पाने की उम्मीद न के बराबर है.
हो सकते हैं दो बार म्यूचुअल तबादले, मगर : विनय सिंह के मुताबिक शासनादेश के अनुसार तबादला आदेश के अनुसार नई जगह ज्वाइनिंग और पुरानी जगह रिलीविंग गर्मियों या सर्दियों की छुट्टियों में हो सकती है. शासनादेश में यह कहीं नहीं कहा गया है कि तबादले की प्रक्रिया भी छुट्टियों में शुरू होगी. मतलब यह है कि पूरे साल में कभी भी प्रक्रिया शुरू हो सकती है. ऐसे में अगर छुट्टियों के तीन-चार महीने पहले प्रक्रिया शुरू कर दी जाए तो साल में दो बार म्युचुअल तबादले हो सकते हैं. लेकिन ऐसा नहीं होता है. जब सर्दियां या गर्मियों की छुट्टियां शुरू होने वाली होती हैं, उस समय प्रक्रिया शुरू की जाती है. ऐसे शिक्षकों के तबादले अगली छुट्टियां तक लटक जाते हैं. उन छुट्टियों में भी विलंब हुआ तो फिर उसके बाद वाली सर्दियों या गर्मियों का इंतजार करना होता है. इस तरह यह इंतजार एक से डेढ़ साल का हो जाता है.