वाराणसी : महाकुंभ 2025 से पहले वाराणसी में रेल यात्रियों को एक बड़ी सौगात मिलने जा रही है. इसके लिए बाकायदा ट्रेनों की गति और सुगम परिचालन पर काम किया जाएगा. इसके तहत कैंट स्टेशन पर एक नई रेल लाइन भी बिछाई जाएगी, ताकि महाकुंभ से पहले यह खास सुविधाएं काशी आने वाले यात्रियों को मिल सके. बता दें कि, महाकुंभ में आने वाली भीड़ के मद्देनजर इस कार्य को जल्द से जल्द पूरे किए जाने की कवायद की जा रही है. इस मेगा ब्लॉक से कई यात्री ट्रेनें प्रभावित होंगी, हालांकि यह अभी तय नहीं है. जल्द ही इसकी घोषणा भी रेलवे कर देगा.
100 दिन का होगा ब्लॉक, बिछेगी नई रेलवे लाइन
बताते चलें कि, कैंट रेलवे स्टेशन पर नई रेल लाइन बिछाने के लिए 100 दिन का ब्लॉक लिया जाएगा. इसकी शुरुआत जुलाई से होगी और अक्टूबर के पहले काम पूरा कर लिया जाएगा. इस बारे में उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल के डीआरएम एसएम शर्मा ने बताया कि हमारा प्रयास है कि कैंट रेलवे स्टेशन पर आने वाले यात्रियों को बेहतर सहूलियत दी जा सके. इसी के तहत 100 दिन का मेगा ब्लॉक लेकर विस्तारिकरण का काम किया जा रहा है. इसमें कैंट स्टेशन के प्लेटफार्म संख्या 5 पर नई रेल लाइन बिछाई जाएगी.
तैयार होगा 6 लेन का सिग्नेचर ब्रिज
उन्होंने बताया कि गंगा पर सिग्नेचर ब्रिज तैयार किया जाएगा. उसमें भी रेलवे के चार ट्रैक होंगे और उसके ऊपर सिक्स लेन सड़क होगी. यह एक बड़ा प्रोजेक्ट है अभी इसकी डिजाइनिंग पर काम चल रहा है. जल्द ही से धरातल पर उतरने की कवायद शुरू की जाएगी. यह पुल राजघाट पुल के समानांतर गंगा में तैयार किया जाएगा.
मालगाड़ियों के लिए शुरू होगा नया प्लान
उन्होंने पंडित दीनदयाल और कैंट रेलवे स्टेशन के लिए एक नए प्लान के बारे में बताया. कहा कि मालगाड़ियों के लिए एक विशेष योजना तैयार की जा रही है, जिसमें सुल्तानपुर से जो भी मालगाड़ी काशी की ओर आ रही है, वह सीधे पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्टेशन पर रुके. बीच में उन्हें कहीं भी रुकने की जरूरत ना हो. इससे दो सहूलियतें होंगी, पहली समय की बचत होगी, दूसरी रनिंग कर्मचारियों के लिए भी बेहतरी होगी. बताया कि ब्लोकेज में पूर्वोत्तर रेलवे के बनारस और वाराणसी सिटी स्टेशन के बीच तालमेल बनाकर के ट्रेनों का भी संचालन किया जाएगा.
साप्ताहिक होगी वाराणसी चंडीगढ़ स्पेशल ट्रेन
लगभग 30 साल बाद कैंट रेलवे स्टेशन पर यार्ड मॉडलिंगकरण का काम शुरू हुआ था. लगभग 568 रुपए का यह प्रोजेक्ट था, जिसमें 150 परियोजनाएं शामिल थीं. इन परियोजनाओं के लिए कैंट रेलवे स्टेशन पर एक बड़ा ब्लॉकेज किया गया था और लगभग 45 दिन तक अलग-अलग फेजो में कार्य किया गया था. अब एक बार फिर से विस्तारीकरण के तहत ब्लॉकेज कर नई रेलवे लाइन बिछाई जाएगी. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि, वाराणसी चंडीगढ़ स्पेशल ट्रेन साप्ताहिक रूप से शुरू की जा सकती है. क्योंकि 22 जून से शुरू हुई इस ट्रेन से अच्छा रिस्पांस मिल रहा है. चलने से पहले ही ट्रेन वेटिंग में चली जा रही है. इस बारे में परिचालन अधिकारियों को भी निर्देशित किया गया है कि वह ट्रेन की निगरानी करें और आगामी दिनों में इस ट्रेन को साप्ताहिक कर दिया जाएगा.