श्रीनगर: लद्दाख में शहीद हुए पौड़ी के लाल भूपेंद्र नेगी तो पंचतत्व में विलीन हो गए, लेकिन उनके गांव की सड़क कनेक्टिविटी नहीं हो पाई है. शहीद के गांव बिशल्ड को जाने वाली सड़क 1 किलोमीटर कच्ची रह गई. इस पर डामरीकरण का कार्य नहीं हो पाया है. कैबिनेट मंत्री व क्षेत्रीय विधायक इसे लोक निर्माण विभाग की बड़ी गलती बता रहे हैं.
कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत का आरोप है कि लोक निर्माण विभाग ने पाबौ से बिशल्ड जाने वाली सड़क की दूरी को पूर्व में एक किलोमीटर कम आंका है. 6 किलोमीटर सड़क के डामरीकरण के लिए ही डीपीआर भेजकर बजट मांगा गया. बताते चलें कि लोक निर्माण विभाग कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज के पास है. सतपाल महाराज भी पौड़ी जिले के ही रहने वाले हैं.
बिशल्ड को जाने वाली सड़क की दूरी 7 किलोमीटर निकली. जिस कारण एक किलोमीटर सड़क कच्ची रह गई. हालांकि गांव को एक और सड़क जाती है, लेकिन ये सड़क पाबौ के बजाय 5 किलोमीटर दूर चोपड़ियू में मिलती है. कैबिनेट मंत्री व क्षेत्रीय विधायक धन सिंह रावत ने आश्वासन दिया है जल्द वे कच्ची रह गई सड़क पर डामरीकरण का कार्य करवा इसे पक्का करेंगे.
कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल का कहना है लोक निर्माण विभाग की गलती पर सरकार ने एक्शन क्यों नहीं लिया, ये समझ से बाहर है. गोदियाल का कहना है कि कांग्रेस शासनकाल में अधूरे रह गए कार्य को पूरा करने में सरकार परहेज कर रही है. गौरतलब है कि गणेश गोदियाल विधानसभा चुनाव में धन सिंह रावत से हारे थे. लोकसभा चुनाव में उन्हें अनिल बलूनी ने मात दी है.
विदित हो कि लद्दाख के दौलत बेग ओल्डी इलाके में श्योक नदी में टी-72 टैंक हादसे में शहीद हुए भूपेंद्र नेगी का पार्थिव शरीर मंगलवार को उनके घर लाया गया. जैसे ही शहीद का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव पहुंचा, लोगों की आंखें नम हो गईं. शहीद भूपेंद्र नेगी को क्षेत्रवासियों ने नम आंखों से श्रद्धांजलि दी. वहीं परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल था. शहीद की पत्नी बेसुध हो गई थी. उन्हें कैबिनेट मंत्री धन सिंह ने ढांढस बंधाया. जिसके बाद सैन्य सम्मान के साथ शहीद को पाबौ ब्लॉक के बोडोली घाट पर अंतिम विदाई दी गई.
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