जयपुरः राज्य मानवाधिकार आयोग ने दिवाली पर खाद्य पदार्थों में मिलावट के मामले बढ़ने पर चिंता जताई है. इसके साथ ही आयोग ने जयपुर, अजमेर, भरतपुर, जोधपुर, बीकानेर और अलवर जिलों के सीएमएचओ को निर्देश दिए हैं कि वे अपने-अपने क्षेत्र में मिलावटियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करें. साथ ही मिलावट रोकने के लिए आकस्मिक छापेमारी की कार्रवाई करें. आयोग ने इन अधिकारियों से मामले में की गई कार्रवाई की हर पन्द्रह दिन में रिपोर्ट पेश करने को कहा है.
आयोग अध्यक्ष जस्टिस जीआर मूलचंदानी ने यह आदेश बेकरी उत्पादों में मिलावट के मामले में सुनवाई करते हुए दिए. आयोग ने खाद्य आयुक्त से जयपुर शहर और जिले में तैनात खाद्य निरीक्षकों और उन्हें आवंटित क्षेत्रों की समस्त जानकारी और मिलावट रोकने के लिए की गई कार्रवाई की जानकारी भी देने को कहा है.
आयोग ने कहा कि मिलावट के मामलों को लेकर आयोग जल्दी ही खाद्य सुरक्षा आयुक्त सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारियों से बैठक करके इस समस्या से निपटने के लिए विचार विमर्श करेगा. आयोग ने कहा कि वर्तमान में बेकरी आइटम के साथ ही खाद्य पदार्थों में हानिकारक कृत्रिम रंगों और तेल आदि की मिलावट की जा रही है. घी, दूध, पनीर और मिठाइयों आदि में मिलावट की स्थिति भयावह है. हालांकि, खाद्य और चिकित्सा विभाग की ओर से आए दिन कार्रवाई की जा रही है, लेकिन इसके बावजूद देसी घी, मिठाई, तेल, नमकीन, पनीर, दूध और मसाले आदि में मिलावट के मामले बढ़ रहे हैं.