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राजस्थान विधानसभा में फिर हुआ पर्ची का जिक्र, मंत्री के पास जवाब नहीं, संसदीय मंत्री ने भेजी पर्ची

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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Jan 29, 2024, 4:44 PM IST

Again Slip Mentioned in Rajasthan Assembly
Again Slip Mentioned in Rajasthan Assembly

Again Slip Mentioned in Rajasthan Assembly, विधानसभा में सोमवार को पर्ची का जिक्र हुआ. विधायक डूंगरराम गेदर के पूरक सवाल के जबाव में जब राजस्व मंत्री हेमंत मीणा के पास संसदीय कार्यमंत्री की पर्ची पहुंची तो नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा कि मंत्रियों के पास जवाब नहीं है, अब तो पर्ची से जवाब पहुंच रहे हैं.

सदन में फिर हुई पर्ची की एंट्री

जयपुर. 16वीं विधानसभा में सोमवार को प्रश्नकाल के दौरान हंगामा होता रहा है. खाद्य सुरक्षा योजना, अनुसूचित क्षेत्र में संचालित छात्रवासों, कृषि कनेक्शन, छात्रवृत्ति योजना सहित कई मुद्दों के सवाल जवाब में सदन में सत्ता पक्ष घिरा हुआ दिखा. इतना ही नहीं कुछ सवालों के जवाब आज भी मंत्रियों के पास नही होने से प्रतिपक्ष ने जम कर घेरा. सदन में आज एक बार फिर पर्ची का जिक्र हुआ.

डबल इंजन की सरकार : प्रश्नकाल की कार्यवाही शुरू होने के साथ ही प्रदेश में खाद्य सुरक्षा योजना में नाम जोड़ने का मुद्दा उठा. विधायक छगन सिंह राजपुरोहित के खाद्य सुरक्षा से नाम हटाने के सवाल पर जवाब देते हुए मंत्री सुमित गोदारा ने कहा कि योजना से किसी भी पात्र व्यक्ति का नाम नहीं हटाया गया है. पात्र व्यक्ति सक्षम अधिकारी के समक्ष कभी भी अपील कर सकता है. सीलिंग अवधि से जुड़े प्रश्न पर मंत्री ने कहा कि बढ़ोतरी का निर्णय जनसंख्या के आंकड़ों पर होता हैं. इस पर नेता प्रतिपक्ष जूली ने कहा कि क्या 2011 की जनगणना के बाद जनसंख्या में वृद्धि नहीं हुई ? क्या राज्य सरकार अपनी तरफ से पात्र लोगों को गेहूं देने का काम करेगी?

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जूली ने कहा कि यह राजनीतिक मामला नहीं गरीब जनता से जुड़ा हुआ है, हमारी सरकार ने अपने स्तर पर नाम जोड़ने का काम किया है. क्या वर्तमान सरकार भी अपने स्तर पर निर्णय लेगी ? अब तो डबल इंजन की सरकार है. इस पर मंत्री सुमित गोदारा ने कहा कि जो भी आवश्यक होगा सरकार उस पर काम करेगा. प्रदेश और देश मे डबल इंजन की सरकार है, उसका एहसास जरूर कराया जाएगा.

सदन में फिर हुआ पर्ची का जिक्र : विधानसभा में पर्ची को लेकर भी तंज कसा गया. विधायक डूंगरराम गेदर ने सवाल किया कि सूरतगढ़ विधानसभा क्षेत्र में भूमि खातेदारी के लंबित प्रकरणों की कार्यवाही पूरी कब तक होगी और किस कंपनी से कराया जा रहा है. इस पर जवाब देते हुए राजस्व मंत्री हेमन्त मीणा ने कहा कि लंबित प्रकरणों का निस्तारण करने की प्रक्रिया जारी है, जल्द सभी मामलों का निस्तारण कर दिया जाएगा. इस पर गेदर ने कहा कि यह जवाब तो पूर्व में दिया जा चुका है, मंत्री पूर्व के प्रश्न का जवाब नहीं दे रहे हैं, जिसमें पूछा गया है कि किस कंपनी से सर्वे कराया जा रहा है. इस पर मंत्री घिरते हुए दिखे तो संसदीय कार्यमंत्री जोगाराम पटेल ने कंपनी के नाम की पर्ची भेजी, उसके बाद प्रतिपक्ष ने पर्ची का मुद्दा उठाते हुए कहा कि इस सरकार में तो मंत्रियों के पास सवाल के जवाब नहीं है, जवाब के लिए पर्चियां आ रही हैं.

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मंत्री नही तो प्रश्न करने वाले विधायक भी गायब : उधर, सदन में डिप्टी सीएम दीया कुमारी के विभाग से जुड़े सवाल पूछने वाले बीजेपी विधायक गोविंद प्रसाद सवाल लगा होने के बावजूद सदन में नहीं आए. सवाल पूछकर सदन में नहीं आने पर विपक्ष ने नाराजगी जताई. इस मुद्दे पर सदन में तनातनी भी हुई. कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष और विधायक गोविंद सिंह डोटासरा ने दीया कमुारी के नहीं आने पर बीजेपी विधायक को जानबूझकर सदन से नदारद करवाने का आरोप लगाया. संसदीय कार्यमंत्री ने इस आरोप को गलत बताते हुए कहा कि मंत्री दो दिन के लिए बाहर हैं, इसकी उन्होंने जानकारी उपलब्ध करा दी थी, उनकी जगह अन्य मंत्री को जिम्मेदारी दी गई है.

सदन में उठे ये मामले : प्रश्नकाल में प्रदेश के अनुसूचित क्षेत्र में संचालित छात्रावास में वार्डनों से जुड़ा हुआ मुद्दा उठाते हुए विधायक राजकुमार रोत ने कहा कि प्रतिनियुक्ति पर 5 वर्ष से अधिक समय से 121 वार्डन लगे हुए, क्या सरकार उन्हें बदलने का काम करेगी. इस पर विधानसभा स्पीकर देवनानी बोले मेरा भी अनुभव है, प्रतिनियुक्ति पर 5 वर्ष से लगे अध्यापकों को बदलना चाहिए . इसके बाद जनजाति मंत्री बाबूलाल खराड़ी ने कहा कि ऐसे अध्यापकों को मूल विभाग में भेजा जाएगा . उधर शेरगढ़ विधानसभा क्षेत्र में पटवारी के रिक्त पद को लेकर विधायक बाबू सिंह ने पूरक प्रश्न करते हुए क्या रिक्त पद होने से पहले कोई न कोई खाली नहीं हो, इसकी मंशा रखती है कि नहीं ?. जोधपुर जिले में कई जगह पद रिक्त है. मंत्री ने जवाब देते हुए कहा कि जोधपुर में कुल 425 पद हैं, जिनमें से 276 भरे हुए हैं.

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