जयपुर: रक्तदान शिविर से चोरी खून की तस्करी के काले खेल का पुलिस ने भंडाफोड़ किया तो कई चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं. पुलिस ने मकराना स्थित मकराना ब्लड बैंक के टेक्नीशियन और असिस्टेंट टेक्नीशियन को जोबनेर में खून के 255 बैग के साथ पकड़ा है. सूचना मिलने पर ड्रग आयुक्तालय की टीम भी जोबनेर पहुंची. जांच में सामने आया कि यह खून 1300 रुपए प्रति यूनिट की दर से बेचा जाना था. इसमें ब्लड बैंक के मालिक से लेकर कई अन्य लोगों का हिस्सा था. इसके साथ ही रक्तदाताओं की जान से खिलवाड़ करते हुए तय मात्रा से ज्यादा खून बैग में निकाला गया था.
जोबनेर वृत्ताधिकारी प्रियंका वैष्णव ने बताया कि ब्लड सेल के स्टेट नोडल अधिकारी डॉ. महावीर प्रसाद शर्मा ने जोबनेर थाने में दी रिपोर्ट में बताया था कि पुलिस द्वारा जब्त किए गए 255 बैग में तय मात्रा से ज्यादा खून था. यह खून 25 जनवरी को मकराना में और 26 जनवरी को मौलासर में हुए ब्लड डोनेशन कैंप से चुराकर लाया गया था.
पढें: जोबनेर पुलिस ने पकड़े खून के सौदागर, दान में मिले रक्त का कर रहे थे सौदा
1300 रुपए प्रति यूनिट की दर से सौदा: उन्होंने बताया कि यह खून जयपुर में देवेंद्र नाम के शख्स को सौंपा जाना था. देवेंद्र यह खून सवाई माधोपुर के महादेवी ब्लड बैंक में ले जाने वाला था. उन्होंने अपनी रिपोर्ट में यह भी बताया है कि खून की तस्करी करते पकड़े गए जाबिर गैसावत और मोहम्मद आमीन ने कबूल किया है कि 1300 रुपए प्रति यूनिट की दर से खून के 255 बैग का सौदा हुआ था. इसमें से 30 फीसदी राशि मकराना ब्लड बैंक के मालिक को मिलनी थी, जबकि 20-20 फीसदी राशि मकराना के प्रकाश प्रजापत, सुरेंद्र माहेश्वरी को और दस फीसदी राशि पांचूराम को मिलनी थी.
डोनर और रिसीवर दोनों के लिए खतरा: ड्रग आयुक्तालय की जांच में सामने आया है कि पुलिस ने खून के जो 255 बैग पकड़े हैं. उनमें तय मात्रा से ज्यादा खून था. इसके साथ ही खून को एक से दूसरी जगह ले जाने के लिए कोल्ड स्टोरेज चैन मेंटेन करना जरूरी होता है, जबकि आरोपी ब्लड बैग को बिना कोल्ड स्टोरेज के गत्तों के कार्टन में ले जा रहे थे. ऐसे में जिस व्यक्ति को यह खून चढ़ाया जाता. उसके लिए भी खतरा बन सकता था. फिलहाल, खून को जयपुरिया अस्पताल की लैब में रखवाया गया है.
पढें: SMS प्लाज्मा प्रकरण में सरकार ने उठाया सख्त कदम, 4 को नोटिस, 6 पर कार्रवाई के लिए लिखा
खून की तस्करी के तीन आरोपी रिमांड पर: जयपुर की जोबनेर थाना पुलिस ने 26 जनवरी की रात को एक गाड़ी से खून के 255 बैग के साथ तीन तस्करों को गिरफ्तार किया था. पुलिस ने खून की तस्करी के आरोप में मोहम्मद जाबिर गैसावत, मोहम्मद आमीन और कार चालक श्रवण सिंह को गिरफ्तार किया है. जाबिर गैसावत मकराना ब्लड बैंक में टेक्नीशियन और आमीन सहायक टेक्नीशियन है. ये देवेंद्र नाम के शख्स को खून के बैग देने जा रहे थे. हालांकि, देवेंद्र फिलहाल पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ा है. जाबिर, आमीन और श्रवण सिंह को पुलिस रिमांड पर लेकर पूछताछ कर रहे हैं.
सवाई माधोपुर व मकराना ब्लड बैंक की जांच: पुलिस द्वारा खून की तस्करी के मामले के खुलासे के बाद ड्रग आयुक्तालय भी हरकत में आया है. ड्रग कंट्रोलर अजय फाटक का कहना है कि फिलहाल, 255 बैग में भरे खून को जयपुर में जयपुरिया अस्पताल की लैब में रखवाया गया है. इस संबंध में मकराना स्थित मकराना ब्लड बैंक और सवाई माधोपुर स्थित महादेवी ब्लड बैंक में जांच के लिए टीमें भेजी गई थी. इनकी जांच में भी गंभीर अनियमितताएं सामने आई हैं. पुलिस की टीम भी मकराना और सवाई माधोपुर ब्लड बैंक की जांच के लिए पहुंची.
ब्लड बैंक में भी मिली गंभीर अनियमितताएं: ड्रग आयुक्तालय की जांच में सवाई माधोपुर के महादेवी ब्लड बैंक और मकराना के मकराना ब्लड बैंक में गंभीर अनियमितताएं सामने आई हैं. चिकित्सा विभाग में 'अर्जेंट टेम्परेरी बेसिस' पर लगा डॉ. तपेंद्र कुमार ब्लड बैंक पर काम करता मिला. वहां एक ही नंबर के ब्लड बैग दो अलग-अलग मरीजों को आवंटित किए गए थे. इसके अलावा स्टॉक रजिस्टर नहीं मिला और ब्लड के स्टोरेज संबंधी अनियमितताएं भी सामने आई हैं. जिसे लेकर ड्रग कंट्रोलर अजय फाटक ने दोनों ब्लड बैंक को नोटिस जारी किए हैं.
खून की तस्करी के खिलाफ लोगों में आक्रोश: खून की तस्करी के मामले को लेकर लोगों में भी जबरदस्त गुस्सा है. फिलहाल, पुलिस ने खून की तस्करी के मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है, लेकिन इस गिरोह से जुड़े बाकी लोगों और सरगनाओं की गिरफ्तारी की मांग को लेकर मकराना में भाजपा नेता प्रकाश भाकर के नेतृत्व में थाने के सामने प्रदर्शन किया. इसके साथ ही मकराना बार संघ ने भी न्यायिक कार्य का बहिष्कार किया है.
खींवसर बोले—जो भी दोषी होगा, बख्शेंगे नहीं: चिकित्सा मंत्री गजेंद्र गजेंद्र सिंह खींवसर का कहना है कि खून की तस्करी के मामले में कार्रवाई हो रही है. हर एंगल से पुलिस और ड्रग आयुक्तालय जांच कर रहा है. जांच में जो भी दोषी पाए जाएंगे. उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि ब्लड बैंक में अनियमितता और खून की तस्करी बेहद चिंताजनक है. सरकार और चिकित्सा विभाग ने इसे गंभीरता से लिया है. कोई भी अनियमितता होती है तो हम छोड़ते नहीं हैं. इस पूरे मामले की जांच होगी और जो भी दोषी है. उस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी. हम ऐसे मामलों में जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम कर रहे हैं. यह सबने ऑर्गन ट्रांसप्लांट मामले में भी देखा है.