जयपुर. सवाई मानसिंह अस्पताल में कई नर्सिंगकर्मी सालों से एक ही जगह ड्यूटी कर रहे हैं. इसके बाद अस्पताल प्रशासन ने निर्णय लिया था कि इन नर्सिंग कर्मियों की ड्यूटी रोटेशन के आधार पर लगायी जाएगी, लेकिन नर्सिंग कर्मियों के विरोध के बाद इस कवायद को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया. कुछ नर्सिंग नेताओं के विरोध के बाद अस्पताल प्रशासन इस व्यवस्था को लागू नहीं कर पाया है.
सवाई मानसिंह मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉक्टर दीपक माहेश्वरी का कहना है कि ज्यादातर नर्सिंगकर्मियों ने काम करने की इच्छा जाहिर की है. हम सभी को साथ में लेकर इस निर्णय को लागू करेंगे. रोटेशन के आधार पर ड्यूटी व्यवस्था लागू की जाएगी और इसे लेकर काम चल रहा है. पूरे मामले को लेकर करीब दो सप्ताह पहले मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने एक बैठक भी बुलाई थी, लेकिन इस बैठक में नर्सिंग नेताओं ने रोटेशन ड्यूटी का विरोध किया था. इसके बाद अभी तक पूरा मामला ठंडे बस्ते में चला गया.
दो साल पहले भी बनी थी रूप रेखा: नर्सिंग कर्मियों की रोटेशन ड्यूटी को लेकर करीब दो साल पहले भी मेडिकल कॉलेज की ओर से एक कमेटी का गठन किया गया था और एक रूपरेखा तैयार की गई थी और उस समय भी नर्सिंग नेताओं ने इसका विरोध किया था. रोटेशन ड्यूटी को लेकर उस समय भी आठ सदस्यों की कमेटी बनाई गई थी और उस कमेटी का कन्वीनर तत्कालीन अधीक्षक डॉक्टर विनय मल्होत्रा को बनाया गया था. दरअसल कुछ नर्सिंग नेता लॉन्ड्री,ऑक्सीजन प्लांट, किचन और वीवीआईपी ड्यूटी में तैनात हैं. ऐसे में रोटेशन के आधार पर ड्यूटी लगाई जाती है तो सालों से एक जगह पर जमे नर्सिंग नेताओं को दूसरी जगहों पर भी काम करना पड़ेगा. यही कारण है की इस व्यवस्था का विरोध किया जा रहा है.