नई दिल्ली/नोएडा: नोएडा में 14 फरवरी को एक युवती की हत्या करने के बाद आरोपी युवक अपने किराए के कमरे में जाकर खुद भी खुदकुशी कर ली. इस मामले में पुलिस को जांच के दौरान कई अहम जानकारी हाथ लगी है. जांच में सामने आया कि युवती की हत्या करने के बाद आरोपी युवक अमन काफी देर तक पीजी के उसी कमरे में रुका रहा. वहीं, मोबाइल पर कई बार कॉल करने के बाद भी जब युवती ने फोन नहीं उठाया तो उसकी कंपनी के साथियों को अनहोनी की आशंका हुई.
युवती का हालचाल लेने के लिए कंपनी की एक महिला साथी समेत दो कर्मचारी उसके कमरे पर पहुंचे तो कमरा अंदर से बंद था. धक्का देने के बाद जैसे ही कमरे का गेट खुला, आरोपी अंदर से बाहर की ओर भागा. मृतक युवती की पार्टनर ने पुलिस को बताया कि कमरे से भागते समय युवक काफी घबराया हुआ था. भागते समय उसने बोला कि उसे कुछ हो गया है. फिर पुलिस ने जब जांच शुरू की तो पता चला कि आरोपी भी गाजियाबाद में अपने कमरे में आत्महत्या कर ली.
मृतक युवती के परिजनों का कहना है कि आत्महत्या करने वाले युवक के बारे में उन्हें पहले से कोई जानकारी नहीं थी. पुलिस प्रेम प्रसंग सहित विभिन्न पहलुओं को ध्यान में रखकर मामले की जांच कर रही है. युवक और युवती दोनों का अंतिम संस्कार कर दिया गया है. एसीपी 2 नोएडा अरविंद कुमार ने बताया कि पीएम रिपोर्ट में इस बात की पुष्टि हुई कि युवती का गला किसी चीज से दबाया गया है. वहीं, गाजियाबाद पुलिस का मानना है कि युवक ने कमरे में कई बार आत्महत्या का प्रयास किया है. इस संबंध में पीजी के केयरटेकर सहित अन्य लोगों से पुलिस ने पूछताछ की है.
मथुरा निवासी मृतक लड़की नवादा गांव के नीलकंठ पीजी में किराये पर कमरा लेकर रहती थीं. वह एमबीए करने के बाद सेक्टर-62 स्थित एक कंपनी में नौकरी कर रही थी. वह कंपनी में एचआर कंसल्टेंट के पद पर काम कर रही थी. मृतिका की मथुरा के ही अमन से दोस्ती थी, जो बीटेक तृतीय वर्ष का छात्र था. बुधवार शाम युवती की हत्या की बात सामने आई. इसके बाद पुलिस ने अमन की तलाश शुरू की तो उसका भी शव गाजियाबाद में मिला. पुलिस ने लड़की के पिता की शिकायत पर अमन के खिलाफ हत्या की धाराओं में केस दर्ज किया था. फिलहाल, हत्या का कारण पुलिस दोनों के बीच अनबन मान रही है.
जानकारी के अनुसार, युवती ने जब से नौकरी करनी शुरू की तभी से उसकी अनबन होने लगी. पहले भी दोनों में कई बार कहासुनी हुई थी. पुलिस दोनों के मोबाइल की जांच कर रही है, ताकि मामले की तह तक पहुंचा जा सके. संभावना है कि मोबाइल से पुलिस को कई अहम जानकारी मिलेगी. मामला अभी भी पुलिस के लिए एक पहेली बना हुआ है.