बरेली : जिले के शाही इलाके में फिर एक महिला की हत्या के बाद दहशत का माहौल है. हत्या का तरीका वही है, जो पिछले साल हुईं 10 महिलाओं के कत्ल में अपनाया गया था. यानी गले में साड़ी का फंदा कसा था. इलाके में एक ही पैटर्न पर साल भर में 11 महिलाओं की हत्या होने से क्षेत्र के लोगों में दहशत है. मंगलवार शाम की घटना के बाद सीरीयल किलर को लेकर फिर से चर्चाएं हो रही हैं.
अफसरों ने ग्रामीणों से छोटी-छोटी सूचनाएं पुलिस को देने के लिए कहा है. साथ ही महिलाओं को अकेले बाहर न निकलने की ताकीद की है. निर्देश दिया है कि पुलिस ग्राम प्रधानों के साथ समिति गठित कर ग्रामीणों का सहयोग ले. इस बीच गुरुवार शाम रमित शर्मा व आईजी डॉ. राकेश कुमार ने घटनास्थल का जायजा भी लिया.
शाही थाना क्षेत्र के हौसपुर गांव निवासी सोमपाल की 45 वर्षीय पत्नी अनीता देवी का शव शाही-शेरगढ़ मार्ग पर बुझिया माइनर के पास गन्ने के खेत में मिला. पड़ोस के खेत में काम कर रहे नवी हसन ने बताया कि उसने मेड़ के पास अचेत अवस्था में महिला को देखा.नबी भागकर गांव पहुंचे और प्रधानपति राजकुमार समेत अन्य लोगों को लेकर लौटे. पता चला कि अनीता की हत्या कर शव को खेत में फेंक दिया गया था. महिला के गले में साड़ी का फंदा कसा था.
थैली में मिले कपड़े और पासबुक: सूचना पर थानाध्यक्ष शाही अमित कुमार बालियान मौके पर पहुंचे और फॉरेंसिक टीम बुला ली. महिला के बाएं हाथ पर अनीता लिखा हुआ है. शव से कुछ दूरी पर एक थैली मिली, जिसमें उसके कुछ कपड़े, बैंक की पासबुक और एक आधार कार्ड मिला. इसमें अनीता देवी पत्नी सोमपाल निवासी हौसपुर थाना शेरगढ़ लिखा था. पुलिस पति सोमपाल को बुलाकर लाई तो उन्होंने शिनाख्त कर ली.
दस महिलाओं की एक ही तरीके से हुई थी हत्या: शाही और शीशगढ़ थाना क्षेत्र में पिछले साल सिलसिलेवार दस महिलाओं की हत्या की गई थी. यह मामला पुलिस के लिए आज भी सिरदर्द बना हुआ हैं. गांव लखीमपुर की महमूदन, कुल्छा की धानवती, सेवा ज्वालापुर की वीरावती, खजुरिया निवासी कुसुमा देवी, शाही के मुबारकपुर की शांति देवी, आनंदपुर की प्रेमवती, मीरगंज थाना क्षेत्र के गांव गूला की रेशमा, पहुंचा बुजुर्ग नदी के पास अज्ञात महिला और शाही के खरसैनी की दुलारी देवी की हत्या हुई थी.
अधिकतर महिलाओं का गले में कसा मिला फंदा: अधिकतर महिलाओं के गले में फंदा कसा मिला था. कुछ के शव खराब हो चुके थे तो पुलिस ने हत्या की बात खारिज कर दी थी. शुरू के एक मामले में परिजनों ने न तहरीर दी और न पोस्टमार्टम कराया. बाकी में कुछ हत्याओं का खुलासा किया गया. पर उनके सटीक होने पर भी संदेह है. तीन मामलों में खुलासे को लेकर पुलिस आज तक माथापच्ची कर रही है.
पुलिस ने शुरू की कवायद
महिलाओं की सिलसिलेवार हत्याओं का सच सामने लाने के लिए नए सिरे से कवायद शुरू हो गई है. अनीता की हत्या के तीन दिन बाद भी पुलिस के हाथ खाली हैं. बृहस्पतिवार शाम एडीजी और आईजी ने घटनास्थल का दौरा कर टीमों के कामकाज की समीक्षा की. छह महीने पहले की तरह अभियान चलाने के निर्देश दिए. घटनास्थल पर पहुंचे एडीजी रमित शर्मा व आईजी डॉ. राकेश कुमार ने ग्रामीणों से बातचीत की. एसपी उत्तरी मुकेश मिश्रा, एसपी दक्षिणी मानुष पारीक, सीओ बहेड़ी, सीओ हाईवे व सीओ मीरगंज को संयुक्त टीम बनाकर कांबिंग करने व हकीकत का पता लगाने के निर्देश दिए. अफसरों ने ग्रामीणों से छोटी-छोटी सूचनाएं पुलिस को देने के निर्देश दिए हैं. कहा है कि थाना प्रभारी अपने क्षेत्रों में लोगों को जागरूक करें. महिलाएं अकेले बाहर न जाएं. संदिग्ध व्यक्ति दिखाई दे तो उसकी सूचना पुलिस को दें.
महिला और पति दोनों की दूसरी शादी: अनीता और उसके पति सोमपाल दोनों की ही यह दूसरी शादी थी. महिला का पूर्व पति से तलाक हो चुका है और 20 साल का बेटा राजीव उसके साथ रहता है. सोमपाल की पहली पत्नी की मौत हो चुकी थी और सोमपाल का 22 साल का बेटा आनंद भी संयुक्त परिवार में रहता है. पारिवारिक पृष्ठभूमि और अन्य बिंदुओं पर भी पुलिस जांच कर रही है.
रमित शर्मा, एडीजी ने बताया कि मौका मुआयना कर सात टीमों को खुलासे में लगाया है. पुराने मामलों की जांच के लिए विशेष टीम काम करेगी. ग्रामीणों को भरोसे में लेकर पुलिस काम करेगी. जल्द ही नतीजा निकलने की उम्मीद है.