चंडीगढ़: पंचकूला शहर और सीमांत क्षेत्रों के साथ गांवों में लगाए गए करीब 398 सीसीटीवी कैमरे लंबे समय से खराब हैं. आम लोग लगातार जिला पंचकूला पुलिस-प्रशासन और नगर निगम से सवाल करते रहे हैं. नतीजतन पंचकूला नगर निगम ने अब सभी कैमरों की रिपेयर और भविष्य में भी उन्हें उपयोगी बनाए रखने के लिए व्यापक योजना तैयार की है. इस संबंध में जल्द ही टेंडर निकाला जाएगा. इसके तहत 2.13 करोड़ रुपए की लागत से लंबे समय तक सभी कैमरों की रिपेयर और रखरखाव का काम किया जा सकेगा.
3 महीने पहले शुरू होगा पीएएमसी वर्क: नगर निगम कमिश्नर सचिन गुप्ता ने बताया "किसी भी टेंडर के एक्सपायर होने से 3 महीने पहले ही पीएएमसी वर्क शुरू कर दिया जाएगा. भविष्य में भी लोगों को सीसीटीवी कैमरे खराब होने या उनका रखरखाव नहीं होने की शिकायत नहीं होगी. क्योंकि टेंडर के तहत अनुबंध में सभी आवश्यक नियम-शर्तें शामिल की गई हैं."
कैमरे खराब होने का फायदा उठा रहे अपराधी: पंचकूला में सीसीटीवी कैमरे खराब होने से आम लोग अधिक चिंतित हैं, क्योंकि अपराधी लगातार पंचकूला में झपटमारी और लूट की वारदातों को अंजाम देने में जुटे हैं. अपराधी जानते हैं कि खराब कैमरों से पुलिस आसानी से उन तक नहीं पहुंच सकती. यही कारण है कि अज्ञात अपराधियों ने बीते समय में झपटमारी की कई वारदातों को अंजाम दिया और पुलिस उनका सुराग तक हाथ नहीं लगा है.
पुलिस और नगर निगम के बीच खींचतान: नगर निगम की सीमाओं से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में करीब साढ़े 13 करोड़ रुपए की लागत से सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं. लेकिन इनके रख-रखाव को लेकर लंबे समय से पुलिस और नगर निगम के बीच खींचतान जारी रही. हालांकि अब निगम ने ही दोबारा इन कैमरों के संचालन की जिम्मेदारी ली है.
कैमरों के शुरू होने पर संशय: नगर निगम पंचकूला ने टेंडर कॉल करने का समय और कैमरों के रख-रखाव संबंधी समूची प्रक्रिया को कागजों में अंकित कर लिया है. लेकिन, इन कैमरों के ऑपरेशनल होने की समय सीमा पर फिलहाल संशय बरकरार है. अभी यह स्पष्ट नहीं किया गया है कि सभी कैमरों का संचालन किस समय से शुरू हो जाएगा.
ये भी पढ़ें: सोनीपत में ढोंगी बाबा, लात मारकर करता है लोगों का इलाज, वीडियो सामने आने के बाद मामला दर्ज
ये भी पढ़ें: चुनावी ड्यूटी में कोताही बरतने पर 6 अधिकारियों को शो कॉज नोटिस, DPO के खिलाफ कार्रवाई की सिफारिश