पटनाः बिहार में जहरीली शराब पीने से छपरा, सिवान और मुजफ्फरपुर जिले में कई लोगों की मौत हो गयी थी. इस पर सियासत गरमायी हुई है. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव लगातार हमलावर हैं. शनिवार 26 अक्टूबर को एक बार नीतीश सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सरकार ने हर पंचायत में शराब की दुकान खुलवायी फिर शराबबंदी की. तेजस्वी ने बिहार में शराबबंदी कानून के फेल होने का आरोप लगाया.
शराब की होम डिलीवरीः शराबबंदी इस तरह और सफल हो रहा है कि अब घर-घर लोगों को शराब की होम डिलीवरी की जा रही है. जहरीली शराब से कई जिलों में लोगों की मौत हो रही है. तेजस्वी ने कहा कि एनडीए गठबंधन के नेता कुछ से कुछ बयान दे रहे हैं, सच यह है कि बिहार में जहरीली शराब से जो मौत हो रही है उस मौत को लेकर मुख्यमंत्री या एनडीए के नेता संवेदना तक व्यक्त नहीं करते हैं.
"सत्ता के संरक्षण लगातार बिहार में शराब की तस्करी हो रही है. छोटी मछलियां पकड़ी जा रही है और बड़े तस्कर पर प्रशासन हाथ तक नहीं डालता है. यही कारण है कि जहरीली शराब बिक रही है और उस से लोगों की मौत हो रही है. लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार चुप्पी साधे हुए हैं."- तेजस्वी यादव, नेता प्रतिपक्ष
झारखंड में जीत का दावाः तेजस्वी यादव ने झारखंड में हो रहे विधानसभा चुनाव को लेकर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि झारखंड में फिर से इंडिया गठबंधन की सरकार बनेगी. साथ ही उन्होंने बिहार की चार विधानसभा सीटों पर हो रहे उपचनुवाव में भी महा गठबंधन की जीत का दावा किया है. बता दें कि झारखंड में तेजस्वी यादव की पार्टी राजद को गठबंधन में मात्र 6 सीट ही मिली है. इससे तेजस्वी नाराज बताये जा रहे थे, लेकिन अब उन्होंने झारखंड में इंडिया गठबंधन की जीत का दावा किया है.
शराबबंदी हटा देनी चाहिए: कांग्रेस विधायक अजीत शर्मा ने बिहार में शराबबंदी को पूरी तरह से और असफल बताया. उन्होंने कहा कि शराब की होम डिलीवरी हो रही है. नीतीश कुमार को शराबबंदी हटा देनी चाहिए. उन्होंने आरोप लगाया कि बिहार में अधिकारी शराब तस्कर से मिलकर लगातार जहरीली शराब की बिक्री करवा रहे हैं. यही कारण है कि जहरीली शराब से लोगों की मौत हो रही है और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार चुप्पी साधे हुए हैं.
"मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से पूछिए कि जहरीली शराब से मौत क्यों हो रही है. उनके अधिकारी क्या कर रहे हैं. उनके अधिकारी शराब तस्कर से मिले हुए हैं और बिहार में शराब का धंधा तेजी से फल फूल रहा है. हमारा मानना है कि बिहार में शराबबंदी पूरी तरह से असफल है. बिहार में शराबबंदी हटा देनी चाहिए."- अजीत शर्मा, कांग्रेस विधायक
मांझी जी पीते हैं शराबः अजीत शर्मा ने कहा कि तेजस्वी यादव को लेकर जो बात जीतन राम मांझी ने कही है वह पूरी तरह से गलत है. जीतन राम मांझी को अपने बयान को लेकर तेजस्वी यादव से माफी मांगनी चाहिए. उन्होंने कहा कि 'जब केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी कह रहे हैं कि तेजस्वी यादव शराब पीते हैं, इसका मतलब साफ है कि मांझी जी उनके साथ शराब पिए होंगे. तब मांझी जी को पता चला है. इसका मतलब मांझी जी भी शराब पीते हैं.'
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