कुचामनसिटी. डीडवाना के लाडनूं उपखंड क्षेत्र में करंट लगने की घटनाओं में लगातार बढ़ोतरी दर्ज की गई है. अगर बीते एक सप्ताह की बात करें तो लाडनूं उपखंड में करंट लगने की सात घटनाएं हो चुकी हैं, जिनमें से चार लोगों की मौत हो चुकी है तो वहीं, शेष गंभीर रूप से जख्मी हैं और अस्पताल में फिलहाल उनका उपचार चल रहा है. हालांकि, इन सभी दुर्घटनाओं में विद्युत विभाग की लापरवाही सामने आई है.
इसी क्रम में सोमवार को लाडनूं क्षेत्र के सिलनवाद गांव में बिजली के पोल की चपेट में आने से एक किशोर की दर्दनाक मौत हो गई. मृतक किशोर की पहचान 15 वर्षीय हरेंद्र डूकिया के रूप में हुई है. बताया जा रहा है कि मृतक किशोर गांव के मुख्य मार्ग से जा रहा था. इसी दौरान सड़क किनारे लगे एक विद्युत पोल की तार में अचानक करंट दौड़ गया. इस बीच करंट की चपेट में आने से किशोर बुरी तरह से झुलस गया. आनन-फानन में उसे डीडवाना के राजकीय बांगड़ जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
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घटना के बाद से ही परिजनों में आक्रोश है. साथ ही परिवार के लोगों ने विद्युत विभाग पर लापरवाही के आरोप लगाते हुए शव लेने से इनकार कर दिया है. इतना ही नहीं परिजन अस्पताल के बाहर धरने पर बैठ गए हैं. साथ ही अब परिजन विद्युत विभाग के लापरवाह कर्मचारियों को अविलंब निलंबित करने और पीड़ित परिवार को मुआवजा देने की मांग कर रहे हैं. इसके अलावा धरने पर बैठे लोगों ने चेतावनी दी कि जब तक उनकी मांगों को पूरा नहीं किया जाता, तब तक वो शव को नहीं उठाएंगे. सूचना पर लाडनूं के पुलिस अधीक्षक विक्की नागपाल और तहसीलदार गौरव पूनिया भी अस्पताल पहुंचे और परिजनों से समझाइश की कोशिश की, लेकिन वो अपनी मांगों पर अब भी अड़े हुए हैं.