गौरेला पेंड्रा मरवाही: मरवाही वन मंडल के गौरेला वन परिक्षेत्र में वन विभाग ने बड़ी कार्रवाई की. वन विभाग की टीम ने लोक निर्माण विभाग के निर्माणाधीन सर्किट हाउस में दबिश देकर अवैध तरीके से बेशकीमती सागौन की लकड़ियां जब्त की. इसके अलावा फर्नीचर बनाने के औजार भी वन अमले ने जब्त किया. जब्त की गई लकड़ियों की कीमत लाखों में बताई जा रही है.
निर्माणधीन सर्किट हाउस में सागौन की लकड़ियां: पेंड्रारोड के द्वारा गुरुकुल परिसर में बनाए जा रहे निर्माणधीन सर्किट हाउस में मरवाही वन मंडल के गौरेला वन परिक्षेत्र के वन अमले ने ये कार्रवाई की. वनविभाग की जब्ती कार्रवाई के दौरान लोक निर्माण विभाग का कोई भी अधिकारी, इंजीनियर या ठेकेदार मौके पर मौजूद नहीं मिला. वन विभाग के अनुसार सारी सागौन की इमारती लकड़ी बिना किसी दस्तावेज के लगाई जा रही थी. पूरी कार्रवाई लगभग 4 से 5 घंटे चली. माना जा रहा कि निर्माणाधीन सर्किट हाउस में लगभग 12 से 15 लाख की अवैध लकड़ियों से बनाये जा रहे खिड़की, दरवाजे और दूसरा फर्नीचर लगाया गया है.
मुखबिर की सूचना के बाद जीपीएम वन विभाग की कार्रवाई: गौरेला रेंजर योगेश्वर प्रसाद बंजारे ने बताया कि मुखबिर से सूचना के बाद पीडब्ल्यूडी विभाग के रेस्ट हाउस के नए निर्माण में सर्च वारंट के आधार पर दबिश दी गई. इस कार्रवाई में बड़ी मात्रा में सागौन की लकड़ियां, सिलपट, दरवाजे पड़े हुए मिले. 4.8 घनमीटर लकड़ी मिली है. जिसमें से 3.4 घन मीटर का दरवाजा बनकर लग चुका है. 1.35 घनमीटर लकड़ियों को जब्त किया गया है. लकड़ी से फर्नीचर बनाने वाली सामग्री जब्त की गई है.
जब्त लकड़ियों के लिए किसी ने पेश नहीं किया दावा: रेंजर ने बताया कि अवैध लकड़ी गिराने की सूचना मिली थी. अब तक किसी ने वैध कागज दिखाकर अपना दावा पेश नहीं किया है. ये जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी. गौरेला गुरुकुल परिसर में बन रहा लोकनिर्माण विभाग का निर्माणधीन सर्किट हाउस लगभग 2 करोड़ 90 लाख रुपये की लागत से बन रहा है.