हल्द्वानी: कुमाऊं मंडल के टैक्सी चालक यूनियन के बैनर तले अपने विभिन्न मांगों को लेकर 27 जनवरी से हड़ताल पर चले गए थे. टैक्सी मालिक व चालकों के हड़ताल पर चले जाने से पहाड़ की लाइफ लाइन कहे जाने वाली टैक्सियों के पहिए थम गए थे. टैक्सियों की हड़ताल के चलते पहाड़ जाने वाले यात्रियों को सबसे ज्यादा मुसीबत उठानी पड़ रही थी. ऐसे में परिवहन विभाग और टैक्सी यूनियन के बीच सोमवार को हल्द्वानी के सर्किट हाउस में बैठक हुई. जहां मामले का निस्तारण के बाद टैक्सी यूनियन ने अपनी हड़ताल को वापस ले लिया है.
प्राइवेट फिटनेस सेंटर को लेकर टैक्सी यूनियन से जुड़े मालिक और चालक हड़ताल पर चले गए थे. टैक्सी यूनियन के पदाधिकारी प्राइवेट फिटनेस सेंटर पर फिटनेस करने के नाम पर मनमाने पैसे वसूलने का आरोप लगाते हुए हड़ताल पर चले गए थे. इसके बाद पूरे मामले का परिवहन विभाग ने संज्ञान लेते हुए टैक्सी यूनियन के साथ बैठक कर मामले का निस्तारण किया है. संभागीय परिवहन अधिकारी संदीप सैनी ने कहा टैक्सी यूनियन के साथ बैठक कर मामले का निस्तारण किया गया है. साथ ही प्राइवेट सेंटर संचालक को भी कहा गया है कि किसी भी तरह का कोई दबाव बनाकर फिटनेस के नाम पर गाड़ी मालिकों से फीस से अधिक रकम न ली जाये.
उन्होंने कहा अगर शिकायत आती है तो फिटनेस सेंटर के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी. साथ ही गाड़ी मालिकों से अपील की गई है कि सरकार द्वारा जो निर्धारित सरकारी शुल्क है वही फिटनेस सेंटर में जमा करें. गौर हो कि टैक्सी चालकों के हड़ताल पर चले जाने से पहाड़ को जाने वाली यात्रियों को काफी फजीहत उठानी पड़ रही थी. जिसके बाद परिवहन निगम ने पहल करते हुए टैक्सी यूनियन से वार्ता कर हड़ताल को खत्म कराया है.