गैरसैंण: चमोली के गैरसैंण निवासी तरुण ममगाईं के भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट बनने पर क्षेत्र में गौरवपूर्ण खुशी का माहौल दिखाई दे रहा है. तरुण का परिवार कुनीगाड़ क्षेत्र के कोठा गांव में रहता है. शनिवार को भारतीय सैन्य अकादमी देहरादून में पासिंग आउट परेड में तरुण के अफसर बनने का समाचार मिलते ही, गांव में परिजनों ने मिठाई बांटकर खुशियां मनाई.
कोठा गांव में जन्मे तरुण गांव से सेना में अफसर बनने वाले दूसरे युवा हैं. जबकि परिवार के चचेरे भाई संजय ममगाईं सेना में मेजर के रूप में सेवाएं दे रहे हैं. तरुण के पिता महेशानंद ममगाईं सेना में सूबेदार के पद पर तैनात हैं. जबकि माता रेखा देवी ग्रहणी के रूप में घर संभालती हैं. तरुण की छोटी बहन कृति ममगाईं मेडिकल की तैयारी कर रही हैं. जबकि 76 वर्षीय दादा मोहन दत्त ममगाईं बीआरओ से सेवानिवृत्त होकर गांव में ही रहते हैं.
तरुण की शुरुआती पढ़ाई आर्मी पब्लिक स्कूल दिल्ली और इंटरमीडिएट की पढ़ाई आर्मी पब्लिक स्कूल मऊ, यूपी और इंदौर, मध्य प्रदेश से हुई है. जिसके बाद तरुण ने कंप्यूटर साइंस से बीटेक किया. लेकिन सेना में जाने की दृढ़ इच्छा शक्ति से प्रेरित तरुण जब पहले दो प्रयासों में सफल नहीं हुए तो एक बार फिर नई ऊर्जा के साथ तीसरे प्रयास में जुट गए. उनके कठिन परिश्रम का परिणाम अब उन्हें सेना में अधिकारी बनने के रूप में मिला.
तरुण के पिता महेशानंद ममगाईं ने बताया कि परिवार के सैन्य माहौल ने हमेशा तरुण को सेना में जाने के लिए प्रेरित किया. तरुण के चाचा पत्रकार विजय ममगाईं ने बताया कि तरुण के अंदर सेना में जाने का जो जुनून था, उसे उसने अपनी लगन और मेहनत के बल पर साकार कर दिखाया है. तरुण के भारतीय सेना में अफसर बनने पर गैरसैंण के पूर्व सैनिक संगठन, विधायक कर्णप्रयाग, कुनीगाड़ क्षेत्र के वासियों समेत क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों व सामाजिक कार्यकर्ताओं ने खुशी जताते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की है.
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