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रेवासा पीठाधीश्वर राघवाचार्य का देवलोकगमन, संत समाज और भक्तों में शोक की लहर, CM ने दी श्रद्धांजलि - Raghavacharya passed away - RAGHAVACHARYA PASSED AWAY

रेवासा पीठाधीश्वर संत राघवाचार्य महाराज का देवलोकगमन हो गया है. उन्हें नहाते ​समय दिल का दौरा पड़ा. राघवाचार्य महाराज के निधन से देशभर में उनके लाखों अनुयायियों में शोक की लहर दौड़ गई.

RAGHAVACHARYA PASSED AWAY
राघवाचार्य का देवलोकगमन (Photo ETV Bharat Jaipur)
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Aug 30, 2024, 12:03 PM IST

रेवासा पीठाधीश्वर राघवाचार्य का देवलोकगमन (वीडियो ईटीवी भारत सीकर)

जयपुर: शेखावाटी क्षेत्र की प्रसिद्ध धार्मिक हस्ती और रेवासा के पीठाधीश्वर राघवाचार्य महाराज का आज निधन हो गया. राघवाचार्य महाराज को बाथरूम में दिल का दौरा पड़ा, जिसके बाद उन्हें तुरंत सीकर के अस्पताल में ले जाया गया, वहां चिकित्सकों ने उनके निधन की पुष्टि कर दी. भक्तों के अनुसार स्वामी जी का जाना सनातन धर्म और संस्कृति के प्रचार-प्रसार के क्षेत्र में एक बड़ी क्षति है.

वे एक महान आध्यात्मिक गुरु और विद्वान थे, उनका सम्पूर्ण जीवन लोगों की आध्यात्मिक उन्नति, शिक्षा के क्षेत्र और समाज सेवा के लिए समर्पित था. रेवासा पीठ पर वे संस्कृत का एक गुरुकुल भी चलाते थे. वे स्वयं प्रकांड विद्वान् और संस्कृत भाषा के मर्मज्ञ थे. संस्कृत शिक्षा की श्रीवृद्धि में उनकी महती भूमिका थी. शेखावाटी क्षेत्र में राम मंदिर आंदोलन में भी उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही थी.

पढ़ें : शहीद नखत सिंह की अंतिम यात्रा में उमड़ा जनसैलाब, 7 साल के बेटे ने दी मुखाग्नि - Barmer martyrs funeral

मुख्यमंत्री ने जताया शोक: मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर लिखा है कि स्वामी राघवाचार्य जी महाराज ने अपने जीवनकाल में सनातन धर्म के प्रचार और धार्मिक संस्कृति को सहेजने के लिए अद्वितीय योगदान दिया. उनके कार्य और उपदेश हमेशा से समाज को दिशा देते रहे हैं. भगवान उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें. परम पूज्य रेवासा पीठाधीश्वर राघवाचार्य महाराज के ब्रह्मलीन होने का समाचार सुनकर मन बहुत व्यथित है. महाराज का देवलोकगमन सनातन और आध्यात्मिक जगत के लिए अपूरणीय क्षति है. आपके ओजस्वी विचार और आदर्श जीवन की प्रेरणा सदैव मानवता के लिए मंगलकारी सिद्ध होंगे. अपने शोक संदेश में मुख्यमंत्री ने कहा है कि प्रभु श्रीराम जी से प्रार्थना है कि दिवंगत पुण्यात्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान और शोकाकुल अनुयायियों को यह पीड़ा सहन करने का संबल प्रदान करें.

इन नेताओं ने भी जताया शोक: उप मुख्यमंत्री प्रेमचंद बैरवा ने भी रेवासा पीठाधीश्वर के निधन पर शोक जाता है. अपने संदेश में उन्होंने लिखा है कि रेवासा धाम सीकर के पीठाधीश्वर राघवाचार्य महाराज का देवलोकगमन का समाचार अत्यन्त दुःखद है. पूज्य महाराज का देवलोकगमन संपूर्ण सनातन और आध्यात्मिक जगत के लिए अपूरणीय क्षति है. आपके किए गए सामाजिक हित और शिक्षा के कार्य सदैव स्मरणीय रहेंगे. बैरवा ने प्रार्थना की कि ईश्वर पुण्य आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान और अनुयायियों को यह अपार दुःख सहन करने की शक्ति प्रदान करें. विधायक बालमुकुंद आचार्य ने भी रेवासा पीठाधीश्वर के निधन पर शोक जताया है.
सिक्किम के राज्यपाल ओमप्रकाश माथुर ने भी रेवासा पीठाधीश्वर राघवाचार्य महाराज के निधन पर शोक जताया है. एक्स पर उन्होंने लिखा है कि किसान संघ के कालखंड से मेरे साथी मित्र रेवासा (सीकर) धाम के पीठाधीश्वर संस्कृत के प्रकांड विद्वान संत डॉ. राघवाचार्य जी का आज सुबह आकस्मिक निधन मेरे लिये व्यक्तिगत और सम्पूर्ण सनातन समाज की हानि है. प्रभु वासुदेव उन्हें अपने धाम में स्थान दें.

रेवासा पीठाधीश्वर राघवाचार्य के निधन पर राज्यपाल ने जताया शोक : राज्यपाल हरिभाऊ बागडे ने रेवासा धाम के पीठाधीश्वर संत राघवाचार्य जी महाराज के ब्रह्मलीन होने पर गहरा शोक व्यक्त किया है. बागडे ने कहा कि वेद वाङ्मय और संस्कृत के साथ सनातन भारतीय संस्कृति के प्रसार के लिए उनका योगदान सदा याद किया जाएगा. उनका देवलोक गमन अपूरणीय क्षति है. उन्होंने ईश्वर से उन्हें अपने परम धाम में स्थान देने और अनुयायियों को यह भारी दुख सहन करने की शक्ति देने की कामना की है.

रेवासा पीठाधीश्वर राघवाचार्य का देवलोकगमन (वीडियो ईटीवी भारत सीकर)

जयपुर: शेखावाटी क्षेत्र की प्रसिद्ध धार्मिक हस्ती और रेवासा के पीठाधीश्वर राघवाचार्य महाराज का आज निधन हो गया. राघवाचार्य महाराज को बाथरूम में दिल का दौरा पड़ा, जिसके बाद उन्हें तुरंत सीकर के अस्पताल में ले जाया गया, वहां चिकित्सकों ने उनके निधन की पुष्टि कर दी. भक्तों के अनुसार स्वामी जी का जाना सनातन धर्म और संस्कृति के प्रचार-प्रसार के क्षेत्र में एक बड़ी क्षति है.

वे एक महान आध्यात्मिक गुरु और विद्वान थे, उनका सम्पूर्ण जीवन लोगों की आध्यात्मिक उन्नति, शिक्षा के क्षेत्र और समाज सेवा के लिए समर्पित था. रेवासा पीठ पर वे संस्कृत का एक गुरुकुल भी चलाते थे. वे स्वयं प्रकांड विद्वान् और संस्कृत भाषा के मर्मज्ञ थे. संस्कृत शिक्षा की श्रीवृद्धि में उनकी महती भूमिका थी. शेखावाटी क्षेत्र में राम मंदिर आंदोलन में भी उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही थी.

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मुख्यमंत्री ने जताया शोक: मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर लिखा है कि स्वामी राघवाचार्य जी महाराज ने अपने जीवनकाल में सनातन धर्म के प्रचार और धार्मिक संस्कृति को सहेजने के लिए अद्वितीय योगदान दिया. उनके कार्य और उपदेश हमेशा से समाज को दिशा देते रहे हैं. भगवान उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें. परम पूज्य रेवासा पीठाधीश्वर राघवाचार्य महाराज के ब्रह्मलीन होने का समाचार सुनकर मन बहुत व्यथित है. महाराज का देवलोकगमन सनातन और आध्यात्मिक जगत के लिए अपूरणीय क्षति है. आपके ओजस्वी विचार और आदर्श जीवन की प्रेरणा सदैव मानवता के लिए मंगलकारी सिद्ध होंगे. अपने शोक संदेश में मुख्यमंत्री ने कहा है कि प्रभु श्रीराम जी से प्रार्थना है कि दिवंगत पुण्यात्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान और शोकाकुल अनुयायियों को यह पीड़ा सहन करने का संबल प्रदान करें.

इन नेताओं ने भी जताया शोक: उप मुख्यमंत्री प्रेमचंद बैरवा ने भी रेवासा पीठाधीश्वर के निधन पर शोक जाता है. अपने संदेश में उन्होंने लिखा है कि रेवासा धाम सीकर के पीठाधीश्वर राघवाचार्य महाराज का देवलोकगमन का समाचार अत्यन्त दुःखद है. पूज्य महाराज का देवलोकगमन संपूर्ण सनातन और आध्यात्मिक जगत के लिए अपूरणीय क्षति है. आपके किए गए सामाजिक हित और शिक्षा के कार्य सदैव स्मरणीय रहेंगे. बैरवा ने प्रार्थना की कि ईश्वर पुण्य आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान और अनुयायियों को यह अपार दुःख सहन करने की शक्ति प्रदान करें. विधायक बालमुकुंद आचार्य ने भी रेवासा पीठाधीश्वर के निधन पर शोक जताया है.
सिक्किम के राज्यपाल ओमप्रकाश माथुर ने भी रेवासा पीठाधीश्वर राघवाचार्य महाराज के निधन पर शोक जताया है. एक्स पर उन्होंने लिखा है कि किसान संघ के कालखंड से मेरे साथी मित्र रेवासा (सीकर) धाम के पीठाधीश्वर संस्कृत के प्रकांड विद्वान संत डॉ. राघवाचार्य जी का आज सुबह आकस्मिक निधन मेरे लिये व्यक्तिगत और सम्पूर्ण सनातन समाज की हानि है. प्रभु वासुदेव उन्हें अपने धाम में स्थान दें.

रेवासा पीठाधीश्वर राघवाचार्य के निधन पर राज्यपाल ने जताया शोक : राज्यपाल हरिभाऊ बागडे ने रेवासा धाम के पीठाधीश्वर संत राघवाचार्य जी महाराज के ब्रह्मलीन होने पर गहरा शोक व्यक्त किया है. बागडे ने कहा कि वेद वाङ्मय और संस्कृत के साथ सनातन भारतीय संस्कृति के प्रसार के लिए उनका योगदान सदा याद किया जाएगा. उनका देवलोक गमन अपूरणीय क्षति है. उन्होंने ईश्वर से उन्हें अपने परम धाम में स्थान देने और अनुयायियों को यह भारी दुख सहन करने की शक्ति देने की कामना की है.

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