जयपुर: शेखावाटी क्षेत्र की प्रसिद्ध धार्मिक हस्ती और रेवासा के पीठाधीश्वर राघवाचार्य महाराज का आज निधन हो गया. राघवाचार्य महाराज को बाथरूम में दिल का दौरा पड़ा, जिसके बाद उन्हें तुरंत सीकर के अस्पताल में ले जाया गया, वहां चिकित्सकों ने उनके निधन की पुष्टि कर दी. भक्तों के अनुसार स्वामी जी का जाना सनातन धर्म और संस्कृति के प्रचार-प्रसार के क्षेत्र में एक बड़ी क्षति है.
वे एक महान आध्यात्मिक गुरु और विद्वान थे, उनका सम्पूर्ण जीवन लोगों की आध्यात्मिक उन्नति, शिक्षा के क्षेत्र और समाज सेवा के लिए समर्पित था. रेवासा पीठ पर वे संस्कृत का एक गुरुकुल भी चलाते थे. वे स्वयं प्रकांड विद्वान् और संस्कृत भाषा के मर्मज्ञ थे. संस्कृत शिक्षा की श्रीवृद्धि में उनकी महती भूमिका थी. शेखावाटी क्षेत्र में राम मंदिर आंदोलन में भी उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही थी.
परम पूज्य रैवासा पीठाधीश्वर श्री श्री 1008 श्री राघवाचार्य जी महाराज के ब्रह्मलीन होने का समाचार सुनकर मन बहुत व्यथित है।
— Bhajanlal Sharma (@BhajanlalBjp) August 30, 2024
महाराज जी का देवलोकगमन सनातन व आध्यात्मिक जगत के लिए अपूरणीय क्षति है। आपके ओजस्वी विचार और आदर्श जीवन की प्रेरणा सदैव मानवता के लिए मंगलकारी सिद्ध होंगे।… pic.twitter.com/8gXHoTpasV
मुख्यमंत्री ने जताया शोक: मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर लिखा है कि स्वामी राघवाचार्य जी महाराज ने अपने जीवनकाल में सनातन धर्म के प्रचार और धार्मिक संस्कृति को सहेजने के लिए अद्वितीय योगदान दिया. उनके कार्य और उपदेश हमेशा से समाज को दिशा देते रहे हैं. भगवान उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें. परम पूज्य रेवासा पीठाधीश्वर राघवाचार्य महाराज के ब्रह्मलीन होने का समाचार सुनकर मन बहुत व्यथित है. महाराज का देवलोकगमन सनातन और आध्यात्मिक जगत के लिए अपूरणीय क्षति है. आपके ओजस्वी विचार और आदर्श जीवन की प्रेरणा सदैव मानवता के लिए मंगलकारी सिद्ध होंगे. अपने शोक संदेश में मुख्यमंत्री ने कहा है कि प्रभु श्रीराम जी से प्रार्थना है कि दिवंगत पुण्यात्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान और शोकाकुल अनुयायियों को यह पीड़ा सहन करने का संबल प्रदान करें.
रैवासा धाम सीकर के पीठाधीश्वर पूजनीय श्री श्री 1008 श्री राघवाचार्य जी महाराज का देवलोकगमन का समाचार अत्यन्त दुःखद है । पूज्य महाराज जी का देवलोकगमन संपूर्ण सनातन व आध्यात्मिक जगत के लिए अपूरणीय क्षति है।
— Dr Prem Chand Bairwa (@DrPremBairwa) August 30, 2024
आपके द्वारा किए गए सामाजिक हित व शिक्षा के कार्य सदैव स्मरणीय रहेंगे।… pic.twitter.com/r3gMFo9Hoa
किसान संघ के कालखंड से मेरे साथी मित्र रैवासा (सीकर) धाम के पीठाधीश्वर संस्कृत के प्रकांड विद्वान संत डॉ. राघवाचार्य जी का आज सुबह आकस्मिक निधन मेरे लिये व्यक्तिगत व सम्पूर्ण सनातन समाज की हानि है ।
— ओम प्रकाश माथुर (Om Prakash Mathur ) (@OmMathur_Raj) August 30, 2024
प्रभु वासुदेव उन्हें अपने धाम में स्थान दें । ॐ शान्ति#रैवासाधाम pic.twitter.com/LGYezWeZaj
परम पूज्य रैवासा (सीकर) के पीठाधीश्वर संत श्री राघवाचार्य जी महाराज के ब्रह्मलीन होने का समाचार दुखद हैं। वेद वांग्मय और संस्कृत के साथ सनातन भारतीय संस्कृति लिए उनका योगदान सदा याद किया जाता रहेगा। उनका देवलोक गमन अपूरणीय क्षति है।
— Raj Bhavan Rajasthan (@RajBhavanJaipur) August 30, 2024
ईश्वर उन्हें अपने परम धाम में स्थान दें। नमन।
ॐ…
रेवासा पीठाधीश्वर राघवाचार्य के निधन पर राज्यपाल ने जताया शोक : राज्यपाल हरिभाऊ बागडे ने रेवासा धाम के पीठाधीश्वर संत राघवाचार्य जी महाराज के ब्रह्मलीन होने पर गहरा शोक व्यक्त किया है. बागडे ने कहा कि वेद वाङ्मय और संस्कृत के साथ सनातन भारतीय संस्कृति के प्रसार के लिए उनका योगदान सदा याद किया जाएगा. उनका देवलोक गमन अपूरणीय क्षति है. उन्होंने ईश्वर से उन्हें अपने परम धाम में स्थान देने और अनुयायियों को यह भारी दुख सहन करने की शक्ति देने की कामना की है.