छपरा: सारण जिले के कर्ण कुदरिया निवासी संभू सिंह के पोते और हरेंद्र सिंह के नाती सुशांत प्रताप सिंह को भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट के पद पर नियुक्ति मिली है. उत्तराखंड के देहरादून में शनिवार 8 जून को भारतीय सैन्य अकादमी के 154 वें नियमित और 137 वें तकनीकी स्नातक पाठ्यक्रम की पासिंग आउट परेड आयोजित की गई थी. जहां उतरी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ लेफ्टिनेंट जनरल एम वी सुचिंद्र कुमार ने पासिंग आउट परेड की सलामी ली.
पिता और चाचा भी सेना में थे: इस दौरन आईएमए कमांडेंट लेफ्टिनेंट जनरल संदीप जैन और डिप्टी जनरल अशोक नरेश भी मौजूद रहे. आईएमए से पास होने वाले 349 कैडेटो में 39 विदेशी कैडेट है. भारतीय सेना में अधिकारी बने और लेफ्टिनेंट के पद पर नियुक्ति पाने वाले सुशांत के पिता सूबेदार संजय सिंह और चाचा नायक अनिल सिंह भी इससे पहले सेना में अपनी सेवा दे चुके हैं. बता दें कि सुशांत ने अपनी पढ़ाई नई दिल्ली के धौलाकुआं स्थित आर्मी पब्लिक स्कूल से की. उसके बाद वीआईटी यूनिवर्सिटी से सिविल इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की.
बचपन से ही सेना में जाना था: वहीं, सुशांत बचपन से ही सेना में अधिकारी बनना चाहते थे, इसलिए अपनी इंजीनियरिंग के बाद उन्होंने एसएसबी इंटरव्यू को क्लियर किया और ऑल इंडिया रैंक 7 हासिल किया. इस उपलब्धि को लेकर परिवार में खुशी का माहौल है. बता दें कि पासिंग आउट परेड के दौरान पिता संजय सिंह, माता रूबी सिंह, मामा राजीव सिंह और मनोज सिंह मौजूद थे.
2016 में बना सिपाही, 2023 में बना अफसर: वहीं, इससे पहले बक्सर के संजीत ने सिपाही की नौकरी करते हुए कठिन मेहनत कर लेफ्टिनेंट का पद हासिल किया था. संजीत ने भी बचपन से ही फौज में जाने का मन बना लिया था. साल 2013 में उन्होंने मैट्रिक और 2015 में इंटर पास कर सेना में भर्ती की तैयारी शुरू कर दी. पहले ही प्रयास में 2016 में सेना में सिपाही के लिए चयनित हो गए. इस दौरान नौकरी करते हुए भी उन्होंने मन लगाकर तैयारी शुरू कर दी. वहीं, 2019 में एसएसबी की परीक्षा उतीर्ण कर आईएमए (देहरादून) में चयनित हुए. इसके बाद चार साल ट्रेनिंग के बाद लेफ्टिनेंट (आर्मी) पद प्राप्त किया.
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