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स्मार्ट मीटर से बिजली नहीं होगी चोरी, बिल जमा न करने पर कंप्यूटर से कटेगा कनेक्शन, सर्वे शुरू - SMART ELECTRICITY METER

हिमाचल के इस जिले में स्मार्ट मीटर लगाने का सर्वे शुरु, जानिए कैसे फायदेमंद होंगे ये आधुनिक सुविधा से लैस मीटर

नाहन में स्मार्ट इलेक्ट्रिसिटी मीटर के लिए सर्वे शुरू
नाहन में स्मार्ट इलेक्ट्रिसिटी मीटर के लिए सर्वे शुरू (ETV BHARAT)
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By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : Dec 5, 2024, 3:05 PM IST

सिरमौर: जिला सिरमौर में घरेलू और व्यवसायिक करीब 1.82 लाख उपभोक्ताओं के पुराने मीटर के स्थान पर यह स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे. हिमाचल प्रदेश के जिला सिरमौर में स्मार्ट मीटर लगाने का सर्वे शुरू हो चुका हैं. सर्वे का यह कार्य टीडीसी मैनेजमेंट कंसल्टेंट प्राइवेट लिमिटेड से करवाया जा रहा है. अब हालांकि नाहन डिवीजन सहित जिला के अन्य डिवीजनों में भी सर्वे का कार्य जारी है, लेकिन इस दिशा में कई जगहों पर सर्वे करने वाले कर्मियों को लोगों का सहयोग नहीं मिल रहा है. कई जगह पर लोग इन कर्मियों पर भरोसा भी नहीं कर रहे हैं. लिहाजा विद्युत बोर्ड ने इस दिशा में लोगों से सहयोग का आग्रह किया है.

दरअसल स्मार्ट मीटर एक इलेक्ट्रॉनिक उपकरण है, जो बिजली की खपत, वोल्टेज, करंट और पावर फैक्टर जैसी जानकारी को रिकॉर्ड करता है. यह मीटर वायरलेस या वायर्ड नेटवर्क के जरिये यूटिलिटी प्रोवाइडर से जुड़ता है. स्मार्ट मीटर के कई फायदे हैं. इस स्मार्ट मीटर से बिजली चोरी की घटनाओं पर रोक लगेगी. यदि कोई मीटर से छेड़छाड़ करता भी है, तो इसका मैसेज सीधे बोर्ड के पास पहुंच जाएगा. दूसरा यदि कोई उपभोक्ता समय पर बिल की अदायगी नहीं करता है, तो कनेक्शन काटने के लिए बोर्ड कर्मियों को मौके पर जाने से छुटकारा मिल पाएगा. कार्यालय में कम्प्यूटर से एक कमांड देते ही संबंधित उपभोक्ता का बिजली कनेक्शन काट दिया जाएगा.

स्मार्ट मीटर के ये भी फायदे

विद्युत बोर्ड की मानें तो स्मार्ट मीटर से बिजली ग्रिड की स्थिति का पता चलता है. इससे ग्राहकों को बिजली बिलों पर होने वाले खर्च को कम करने में मदद मिलती है. इसके अलावा बिजली कटौती की भविष्यवाणी और उसे रोकने में भी यह सहायक होते हैं. स्मार्ट मीटर से नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों का इस्तेमाल बेहतर तरीके से किया जा सकता है. बिजली बिलिंग में होने वाली गड़बड़ियों से भी छुटकारा मिलेगा. इसके अलावा स्मार्ट मीटर से घर में कितनी बिजली खर्च हुई है, इसकी जानकारी रोजाना मोबाइल पर मिल सकती है.

स्मार्ट मीटर और पुराने मीटर में अंतर

पुराने मीटर के लिए मीटर रीडर की जरूरत होती है, जबकि स्मार्ट मीटर में ऐसा नहीं होता. स्मार्ट मीटर हर 15 मिनट या उससे भी कम समय में खपत की जानकारी भेज देता है. आधुनिक सुविधाओं से लैस यह स्मार्ट मीटर हर लिहाज से न केवल विद्युत बोर्ड बल्कि उपभोक्ताओं के लिए भी फायदेमंद होगा.

नाहन डिवीजन में बदले जाएंगे 50,000 मीटर

विद्युत उपमंडल नाहन-2 के एसडीओ महेश चौधरी ने बताया कि, 'नाहन शहर सहित आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में स्मार्ट मीटर लगाने के लिए सर्वे का कार्य शुरू किया जा चुका है. डिवीजन के तहत नाहन, कालाअम्ब, ददाहू, बागथन में सर्वे किया जा रहा है. किसी भी प्रकार की अतिरिक्त जानकारी के लिए उपभोक्ता किसी भी कार्य दिवस में सुबह 10 से शाम 5 बजे तक विद्युत बोर्ड कार्यालय में सम्पर्क कर सकते हैं.'

जिले में बदले जाएंगे 1.82 लाख मीटर

नाहन सर्कल के अधीक्षण अभियंता दर्शन सिंह ने कहा कि, 'जिला सिरमौर में घरेलू और व्यवसायिक 1.82 लाख उपभोक्ता हैं. सभी उपभोक्ताओं के पुराने मीटर के स्थान पर अब स्मार्ट मीटर लगाए जाने हैं. जिला के सभी डिवीजनों में इसके लिए सर्वे किया जा रहा है. निसंदेह स्मार्ट मीटर न केवल बोर्ड बल्कि उपभोक्ताओं के लिए भी फायदेमंद साबित होंगे. लिहाजा लोग सर्वे में सहयोग करें.'

ये भी पढ़ें: न बाजार जाने का झंझट, न कैरिज का चिंता, ऑर्डर पर मार्केट रेट से कम दाम पर घरद्वार पहुंचेगा सीमेंट

सिरमौर: जिला सिरमौर में घरेलू और व्यवसायिक करीब 1.82 लाख उपभोक्ताओं के पुराने मीटर के स्थान पर यह स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे. हिमाचल प्रदेश के जिला सिरमौर में स्मार्ट मीटर लगाने का सर्वे शुरू हो चुका हैं. सर्वे का यह कार्य टीडीसी मैनेजमेंट कंसल्टेंट प्राइवेट लिमिटेड से करवाया जा रहा है. अब हालांकि नाहन डिवीजन सहित जिला के अन्य डिवीजनों में भी सर्वे का कार्य जारी है, लेकिन इस दिशा में कई जगहों पर सर्वे करने वाले कर्मियों को लोगों का सहयोग नहीं मिल रहा है. कई जगह पर लोग इन कर्मियों पर भरोसा भी नहीं कर रहे हैं. लिहाजा विद्युत बोर्ड ने इस दिशा में लोगों से सहयोग का आग्रह किया है.

दरअसल स्मार्ट मीटर एक इलेक्ट्रॉनिक उपकरण है, जो बिजली की खपत, वोल्टेज, करंट और पावर फैक्टर जैसी जानकारी को रिकॉर्ड करता है. यह मीटर वायरलेस या वायर्ड नेटवर्क के जरिये यूटिलिटी प्रोवाइडर से जुड़ता है. स्मार्ट मीटर के कई फायदे हैं. इस स्मार्ट मीटर से बिजली चोरी की घटनाओं पर रोक लगेगी. यदि कोई मीटर से छेड़छाड़ करता भी है, तो इसका मैसेज सीधे बोर्ड के पास पहुंच जाएगा. दूसरा यदि कोई उपभोक्ता समय पर बिल की अदायगी नहीं करता है, तो कनेक्शन काटने के लिए बोर्ड कर्मियों को मौके पर जाने से छुटकारा मिल पाएगा. कार्यालय में कम्प्यूटर से एक कमांड देते ही संबंधित उपभोक्ता का बिजली कनेक्शन काट दिया जाएगा.

स्मार्ट मीटर के ये भी फायदे

विद्युत बोर्ड की मानें तो स्मार्ट मीटर से बिजली ग्रिड की स्थिति का पता चलता है. इससे ग्राहकों को बिजली बिलों पर होने वाले खर्च को कम करने में मदद मिलती है. इसके अलावा बिजली कटौती की भविष्यवाणी और उसे रोकने में भी यह सहायक होते हैं. स्मार्ट मीटर से नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों का इस्तेमाल बेहतर तरीके से किया जा सकता है. बिजली बिलिंग में होने वाली गड़बड़ियों से भी छुटकारा मिलेगा. इसके अलावा स्मार्ट मीटर से घर में कितनी बिजली खर्च हुई है, इसकी जानकारी रोजाना मोबाइल पर मिल सकती है.

स्मार्ट मीटर और पुराने मीटर में अंतर

पुराने मीटर के लिए मीटर रीडर की जरूरत होती है, जबकि स्मार्ट मीटर में ऐसा नहीं होता. स्मार्ट मीटर हर 15 मिनट या उससे भी कम समय में खपत की जानकारी भेज देता है. आधुनिक सुविधाओं से लैस यह स्मार्ट मीटर हर लिहाज से न केवल विद्युत बोर्ड बल्कि उपभोक्ताओं के लिए भी फायदेमंद होगा.

नाहन डिवीजन में बदले जाएंगे 50,000 मीटर

विद्युत उपमंडल नाहन-2 के एसडीओ महेश चौधरी ने बताया कि, 'नाहन शहर सहित आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में स्मार्ट मीटर लगाने के लिए सर्वे का कार्य शुरू किया जा चुका है. डिवीजन के तहत नाहन, कालाअम्ब, ददाहू, बागथन में सर्वे किया जा रहा है. किसी भी प्रकार की अतिरिक्त जानकारी के लिए उपभोक्ता किसी भी कार्य दिवस में सुबह 10 से शाम 5 बजे तक विद्युत बोर्ड कार्यालय में सम्पर्क कर सकते हैं.'

जिले में बदले जाएंगे 1.82 लाख मीटर

नाहन सर्कल के अधीक्षण अभियंता दर्शन सिंह ने कहा कि, 'जिला सिरमौर में घरेलू और व्यवसायिक 1.82 लाख उपभोक्ता हैं. सभी उपभोक्ताओं के पुराने मीटर के स्थान पर अब स्मार्ट मीटर लगाए जाने हैं. जिला के सभी डिवीजनों में इसके लिए सर्वे किया जा रहा है. निसंदेह स्मार्ट मीटर न केवल बोर्ड बल्कि उपभोक्ताओं के लिए भी फायदेमंद साबित होंगे. लिहाजा लोग सर्वे में सहयोग करें.'

ये भी पढ़ें: न बाजार जाने का झंझट, न कैरिज का चिंता, ऑर्डर पर मार्केट रेट से कम दाम पर घरद्वार पहुंचेगा सीमेंट

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