श्रीगंगानगर. सूरतगढ़ में एक युवक को आर्म्स एक्ट के झूठे मामले में फंसाने के आरोप लगाकर चल रहा धरना शनिवार को समाप्त हो गया. आज सूरतगढ़ सिटी थाना प्रभारी सुरेश कस्वां को लाइन हाजिर कर दिया गया. जिसके बाद संघर्ष समिति ने लड्डू बांटकर खुशी जाहिर की.
आपको बता दें कि सर्व समाज की ओर से शुक्रवार को सूरतगढ़ बंद किया गया था. संघर्ष समिति ने आरोप लगाए थे कि आर्म्स एक्ट के कथित आरोपी को बचाने के लिए सूरतगढ़ थाना प्रभारी सुरेश कस्वां ने सांठ-गांठ कर प्रदीप शर्मा नाम के युवक पर मुकदमा बना दिया था. जबकि प्रदीप शर्मा का इस मामले से कोई लेना-देना ही नहीं है. बता दें कि 23 जून को गांव सरदारपुरा खरथा में एक विवाद हुआ था जिसमें पुलिस ने कई लोगों को गिरफ्तार किया था. आरोप है कि पुलिस ने इसके साथ ही एक सरकारी कर्मचारी को भी पकड़ा था, लेकिन उसे बचाने के लिए प्रदीप शर्मा पर झूठा मुकदमा दर्ज कर दिया गया.
इस मामले को लेकर पिछले कई दिनों से संघर्ष समिति आंदोलन कर रही थी और कल बाजार बंद का आह्वान किया गया था. कल के बाजार बंद को व्यापार मंडल, संयुक्त व्यापार संघ व खुदरा किराना विक्रेता संघ, केमिस्ट एसोसिएशन, निजी शिक्षण संस्थाओं व राजस्व संघ व न्यायिक बार संघ व सूरतगढ़ शहर की अनेकों सामाजिक संस्थाओं के द्वारा अतिरिक्त जिला कलेक्टर का घेराव किया गया. धरना प्रदर्शन में सूरतगढ़ विधायक डूंगरराम गेदर, पूर्व विधायक अशोक नागपाल, पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष परसराम भाटिया, सहित अनेक जनप्रतिनिधि भी शामिल हुए.
विधायक डूंगर राम गेदर ने कहा कि संघर्ष समिति की मांग के अनुसार सिटी थाना प्रभारी को लाइन हाजिर किया गया है. इसके साथ-साथ वे प्रदीप शर्मा की रिहाई की मांग करते हैं. उन्होंने कहा कि संघर्ष समिति पुलिस की जांच में पूरा सहयोग करेगी.