कोरबा : एकलव्य आवासीय विद्यालय के छात्रावास में अधीक्षिका पर छात्राओं के साथ मारपीट प्रताड़ना की शिकायत के गंभीर मामले में विभाग ने क्लीन चिट दे दी है. जिला प्रशासन ने प्रकरण की तत्काल जांच कराई. एसडीएम के जांच प्रतिवेदन में छात्रावास में रहने वाली बच्चियों और पालकों ने अधीक्षिका पर लगाए गए मारपीट के आरोपों से इनकार कर दिया है.इस दौरान पालकों ने विद्यालय में आधारभूत आवश्यकताओं की कमी को जरूर स्वीकार किया है. प्रशासन की ओर से इन कमियों को शीघ्र दुरुस्त करने का आश्वासन मिला है.
ये है पूरा मामला : आदिवासी बाहुल्य कोरबा जिले के पोडी उपरोड़ा ब्लॉक के रामपुर में संचालित एकलव्य कन्या आवासीय विद्यालय में सलिहाभांठा निवासी आवेदक वीरेंद्र मरकाम और अन्य पालकों ने अधीक्षिका पर गंभीर आरोप लगाए थे. छात्राओं के साथ प्रताड़ना की शिकायत कलेक्टर से की गई थी. शिकायत को गम्भीरतापूर्वक लेते हुए कलेक्टर अजीत वसंत ने तत्काल जांच के आदेश दिए थे.
एसडीएम ने दर्ज किया बयान : जिसके बाद एसडीएम सरोज महिलांगे ने अधिकारियों के साथ 28 जनवरी को एकलव्य आवासीय विद्यालय रामपुर पोड़ी उपरोड़ा पहुंचकर पालकों और छात्राओं का व्यक्तिगत बयान दर्ज किया. इस दौरान कक्षा आठवीं, नवमीं और दसवीं की छात्राओं ने पालकों की मौजूदगी में ही अधिकारियों को अधीक्षिका के ऊपर लगाए गए आरोपों से इनकार किया.
भोजन संबंधी समस्या आई सामने: शिकायत में भोजन संबंधित समस्या का जिक्र भी किया गया था. शिकायत का त्वरित समाधान करने की बात कही गयी है. यह भी कहा गया कि बच्चों के लिए रुचिकर भोजन की व्यवस्था की जा रही है. भोजन में मात्रात्मक एवं गुणात्मक सुधार की बात कही गई है.
प्रशासन ने दिया क्लीन चिट : एसडीएम ने अपने जांच में स्पष्ट तौर पर उल्लेख किया है कि छात्र और अभिभावकों ने मारपीट और प्रताड़ना संबंधी आरोपों को स्वीकार नहीं किया है. भोजन संबंधी शिकायत का निराकरण किया गया है. जिसके फीडबैक के लिए एक शिक्षक को यह दायित्व सौंपा गया है. जांच के दौरान छात्राओं ने ये स्वीकार किया कि एकलव्य स्कूल और छात्रावास के लिए नए भवन की दरकार है. जिसे लेकर 18 जनवरी को कक्षा आठवीं एवं नवमीं की छात्राओं ने जनपद कार्यालय के सामने प्रदर्शन किया था. टेपनल लगाकर पेयजल व्यवस्था दुरुस्त कर ली गई है. पेयजल संबंधी समस्या के स्थाई समाधान के लिए नए बोर के लिए आवेदन उच्च अधिकारियों को प्रेषित कर दिया गया है.