राजनांदगांव: हॉकी की नर्सरी राजनांदगांव में भविष्य के राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी तैयार करने के लिए ग्रीष्मकालीन हॉकी प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया जा रहा है. शहर के अंतरराष्ट्रीय हॉकी स्टेडियम में इसका आयोजन किया जा रहा है. यहां हर दिन सुबह और शाम लगभग 200 बच्चे हॉकी का प्रशिक्षण ले रहे हैं. खेल एवं युवा कल्याण विभाग, खेलो इंडिया और राजनांदगांव जिला हॉकी संघ के संयुक्त तत्वाधान में हॉकी की नर्सरी राजनांदगांव से नए हॉकी खिलाड़ियों को तराशने के उद्देश्य से ग्रीष्मकालीन हॉकी प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया जा रहा है. इस निःशुल्क हॉकी प्रशिक्षण शिविर में लगभग 200 लड़के-लड़कियां हर दिन सुबह-शाम हॉकी की ट्रेनिंग ले रहे हैं.
प्लेयर्स को बांटे जा रहे हैं किट: ग्रीष्मकालीन हॉकी प्रशिक्षण शिविर को लेकर खेलो इंडिया के हॉकी प्रशिक्षक शकील अहमद से ईटीवी भारत ने बातचीत की. उन्होंने बताया कि, "युवा कल्याण विभाग और जिला हॉकी संघ के सहयोग से यहां बच्चों को हॉकी स्टिक और जूते दिए जा रहे हैं. वहीं, हॉकी प्रशिक्षण लेने वाले बच्चों का कहना है कि उन्हें हॉकी खेल का बेहतर प्रशिक्षण दिया जा रहा है. इस खेल के माध्यम से वे अपने भविष्य को संवारना चाहते हैं."
हॉकी के बेहतर खिलाड़ी तैयार करना है लक्ष्य: इस बारे में हॉकी के खिलाड़ी हिमांशु मलिक का कहना है कि, "राजनांदगांव के बच्चों में हॉकी खेल के प्रति काफी रुचि रहती है. यहां छोटे-छोटे बच्चों के हाथों में हॉकी स्टिक देखी जाती है. यही कारण है कि राजनांदगांव को हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद ने हॉकी की नर्सरी का नाम दिया था. इस हॉकी की नर्सरी से कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी निकल चुके हैं, जो ओलंपिक तक में अपनी खेल कला का जौहर दिखा चुके हैं. वहीं, इस ग्रीष्मकालीन प्रशिक्षण शिविर के माध्यम से यहां से और हॉकी खिलाड़ी तैयार करने के उद्देश्य से बच्चों को हॉकी खेल का प्रशिक्षण दिया जा रहा है."
यहां साल भर निःशुल्क हॉकी का प्रशिक्षण दिया जाता है, लेकिन गर्मी के दिनों में विशेष प्रशिक्षण के लिए जिला हॉकी संघ के सहयोग से खेल और युवा कल्याण विभाग की ओर से इस प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया जा रहा है. यहां जूनियर, सब जूनियर मिलाकर लगभग 200 बच्चे प्रशिक्षण ले रहे हैं, जिन्हें दो-दो घंटे का प्रशिक्षण दिया जा रहा है. -फिरोज अंसारी, अध्यक्ष, छत्तीसगढ़ हॉकी संघ
नेशनल और इंटरनेशनल प्रतियोगिता के लिए दी जाती है शिक्षा: राजनांदगांव के अंतरराष्ट्रीय हॉकी स्टेडियम में आयोजित ग्रीष्मकालीन हॉकी प्रशिक्षण शिविर में 5 साल की उम्र से अधिक के बच्चों को प्रशिक्षण के लिए प्रवेश दिया गया है. यहां इन भविष्य के हॉकी खिलाड़ियों को तराश कर राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं के लिए उन्हें शिक्षा दी जाती है.